सुजानगढ़। स्थानीय मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष व साहित्यकार डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा की सिंधी भाषा से राजस्थानी में अनुदित पुस्तक आधुनिक भारतीय कविता संचयन सिंधी का विमोचन सोमवार को सालासर में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अर्जुनदेव चारण, अकादेमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव और अकादेमी के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक मधु आचार्य आशावादी ने किया। इस अवसर पर भँवरसिंह सामौर, डॉ.शारदा कृष्ण ,डॉ. मंगत बादल सहित अनेक साहित्यकार उपस्थित थे। साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित दो सौ चार पृष्ठ की दो सौ पचास रूपये मूल्य की इस पुस्तक के संपादक वासदेव मोही रहे है इसमें वर्ष 1950 से 2010 तक के प्रतिनिधि सिंधी रचनाकारों की चुनिंदा रचनाएँ शामिल हैं। ज्ञातव्य है कि अनुवाद की डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा की यह दूसरी पुस्तक है। पहली पुस्तक घरबायरो भी काफी चर्चित हुई थी ।