कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला के गर्भस्थ शिशु को खतरा नहीं: डॉ.निधि सिंह सोलंकी

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आज जुडेंगे अमेरिका में पल्मोनरी मेडिकल सांइस के विशेषज्ञ डॉ. सुनील झांझरिया

अलवर। गर्भवती महिलाएं कोरोना से संक्रमित हो सकती है लेकिन यह माइल्ड स्टेज में होता है। सबसे खास बात यह है गर्भस्थ शिशु को खतरा नहीं होता है। यह जरूर है कि पैदा होने के बाद नवजात में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। यह कहना है स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.निधि सिंह सोलंकी का। डॉ.निधि शुक्रवार को राजस्थान पुलिस और अलवर पुलिस की ओर से आयोजित ऑनलाइन सैशन पूछे डॉक्टर से दर्शकों से रू-ब-रू थी। डॉ.निधि सिंह सोलंकी ने कहा कि अगर किसी महिला को वैक्सीन लग चुकी है और उसके बाद वह महिला गर्भधारण करती है तो को उक्त महिला के गर्भ में पल रहे शिशु की भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला गर्भवती है और उसे कोरोना हो गया है तो वह गर्भपात जैसे विकल्पों के बारे में नहीं सोचे, वह महिला भी स्वस्थ होगी और गर्भस्थ शिशु भी। खुद का डॉक्टर न बनने की सलाह देते हुए डॉ.निधि सिंह सोलंकी ने कहा की एचआरसीटी स्वयं नहीं करानी चाहिए एवं इसे सदैव डॉक्टर की सलाह पर ही करवानी चाहिए। गर्भवती महिलाओं के एचआरसीटी टेस्ट करवाते समय कुछ सावधानियां बरती जाती है।उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला प्रेगनेंट है उसे लेबर रूम कोई समस्या नहीं आती है। उन्होंने कहा कि अगर डिलिवरी बाद कोरोना ग्रसित महिला बच्चे को दूध पिलाना चाहती है तो उसकी सहमति के बाद और सावधानियां रखते हुए बच्चे को दूध पिलाया जा सकता है। डॉ.निधि ने कहा कि गर्भवती महिलाएं मास्क लगाने से परहेज नहीं करें, मास्क लगाने से शरीर में किसी भी प्रकार की ऑक्सीजन की कमी नहीं करता है, मास्क पूरी तरह से गर्भवती महिला सहित उसके गर्भस्थ शिशु को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मददगार होता है। डॉ.निधि ने कहा कि मास्क लगाने से चेहरे पर रैशेज हो सकते है, खुजली हो सकती है लेकिन यह सारी बातें आपके जीवन के आगे कहीं छोटी हैं,इसलिए मास्क नहीं लगाने के बहाने नहीं खोजें। डॉ. सिंह ने कहा कि आजकल लड़कियों में पीसीओडी की समस्या ज्यादा हो गई है इसे दूर करने के लिए हैल्थी डाइट लें और व्यायाम करें, चिकित्सकीय परार्मश जरूरी है। गौरतलब है कि डॉक्टर से पूछे ऑनलाइन सैशन 3 मई से आयोजित किया जा रहा है। इस सैशन का प्रमुख उद्देश्य जनता में कोरोना और लॉकडाउन को लेकर फैल रही भ्रांतियों को दूर करना है। इस सैशन के दौरान गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई ई संजीवनी एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक ने सभी का आभार व्यक्त किया।

आज जुडेंगे अमेरिका में पल्मोनरी मेडिकल सांइस के विशेषज्ञ डॉ. सुनील झांझरिया

राजस्थान पुलिस और अलवर पुलिस के प्रयासों से जारी ऑनलाइन सैशन पूछे डॉक्टर से में शाम छह बजे शनिवार को डॉ.सुनील झांझरिया जनता से जुड़ेंगे। डॉ.सुनील झांझरिया कोरोना की दूसरी लहर के बारे में तो बात करेंगे ही साथ ही अमेरिका और भारत में कोरोना संक्रमण को रोकने के बारे में किए जा रहे चिकित्सकीय प्रयासों की जानकारी देंगे

 

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