210 किसानों के 70 लाख रूपए के ऋण माफ किए गए, कर्ज माफी होने से किसान खुश नजर आए
श्रीगंगानगर। फतूही ग्राम पंचायत स्थित एक निजी मैरिज पैलेस में सरकार की बजट घोषणा के तहत अल्पकालीन फसली ऋण की माफी के लिए शिविर आयोजित किया गया। सोसाइटी डायरेक्टर पोलाराम जांदू, अध्यक्ष हरिमोहन खोथ सहित अतिथियों ने किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र बांटे। शिविर में भाजपा नेता डॉ. बृजमोहन सहारण और सरपंच प्रतिनिधि चंद्रशेखर झाझड़ा भी उपस्थित रहे। शिविर में 210 किसानों के 70 लाख रूपए के ऋण माफ किए गए। 69 लोगों का भामाशाह कार्ड नही बना हुआ था, लेकिन भामाशाह कार्ड बनने पर इनका भी ऋण माफ किया जाएगा। कर्ज माफी होने से किसान खुश नजर आए। सोसाइटी डायरेक्टर पोलाराम जांदू ने बताया कि सरकार ने सहकारी बैंकों से लिए हुए सभी किसानों के 50 हजार रूपए तक के ऋण माफ किए हैं और जितना ऋण किसानों का माफ किया गया है उतना ही उन किसानों को और ऋण मिलेगा। जांदू ने बताया कि एमएसपी में बढ़ोतरी का कदम सराहनीय है लेकिन सरकार को यह भी निर्णय लेना चाहिए कि मंडियों में उपज की बोली एमएसपी से कम मूल्य पर नहीं लगे। साथ ही उपज खरीद की गारंटी भी सरकार को देनी चाहिए। स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को सही ढंग से लागू नहीं किया गया। सरकार ने किसानों को पूरी उपज खरीदने की गारंटी भी नहीं दी है। सोसाइटी अध्यक्ष हरिमोहन खोथ ने बताया कि सरकार ने खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य लागत का 50 प्रतिशत बढ़ाया है आरै खरीफ की चौदह फसलों का समर्थन मूल्य 200 रूपए से 1500 रूपए तक बढ़ाया है, लेकिन लागत मूल्य की गणना में किसान की जमीन का किराया और पूंजी पर लगने वाला ब्याज नहीं जोड़ा गया है। इस कारण फसल की सही लागत तय नहीं करने से एमएसपी में बढ़ोतरी के बावजूद किसानों को लाभकारी मूल्य नहीं मिल पाएगा। इस मौके पर सरपंच प्रतिनिधि चंद्रशेखर झाझड़ा, रामप्रताप कलवानियां, सतीश खोथ, ओम खिलेरी, सुभाष खोथ, जगतपाल सिहाग आदि बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।