चूरू। रतननगर कस्बे के त्रिवेणी देवी सुरेका चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में हर माह की भांति पिछले 24 वर्षो से लगने वाला 284वां निशुल्क मिर्गी निदान शिविर कस्बे की सीएचसी में मंगलवार को सम्पन्न हुआ। इस कैम्प में भारत वर्ष के कोने-कोने से मिर्गी रोगी प्रतिमाह आते हैं उनके रोग का निदान कर इस बार 715 रोगियों को 1 महिने की पूर्ण दवाई निःशुल्क वितरित की गई। कैम्प के मुख्य न्यूरोफिजिशियन एवं एसएमएस मेडिकल काॅलेज के भूतपूर्व प्रोफेसर डाॅ. आर.के सुरेका ने बताया कि भारतवर्ष में करीब 1 से 5 प्रति हजार लोग मिर्गी रोग से पीड़ित है जिनमें से 50 प्रतिशत महिलायें रोगी है यह मस्तिष्क से सम्बधित बीमारी है जो मस्तिष्क में विद्युत तरंगे ज्यादा बढने से होती है न की भूत प्रेत से । मिर्गी रोग का इलाज नियमित दवाई लेने से ठीक हो सकता है और 60 से 70 प्रतिशत मरीजों की दवाई पूरी तरह से बंद हो सकती है अगर आपको 3 साल तक दौरे ना आये तो। उन्होेने बताया कि मिर्गी रोग के इलाज में यह देखा गया है कि 70 से 80 प्रतिशत रोगी केवल दवाईयो के नियमित सेवन से ठीक हो सकते है। उन्होने कहा कि आजकल मिर्गी रोग की शल्य चिकित्सा की सुविधाऐं भारतवर्ष में दिल्ली बम्बई, बैगलोर, चैन्नई हैदराबाद एवं कई अन्य स्थानो पर उपलब्ध है अतः जिन रोगियों के दौरे दवाईयों से नियंत्रित न हो उन्हे शल्य चिकित्सा करवा लेनी चाहिये। डाॅ. सुरेका ने बताया कि सभी मिर्गी रोगियो की निःशुल्क दंत चिकित्सा दंत विशेषज्ञ डाॅ. रक्षित सुरेका द्वारा प्रति माह हर कैम्प में दी जाती है। जिससे मिर्गी रोगियों के दांत सुरक्षित रहे। इस कैम्प में दंत विशेषज्ञ डाॅ. रक्षित सुरेका एवं उदर रोग विशेषज्ञ डाॅ. रोहित सुरेका ने 54 मरीजों को अपनी निःशुल्क सेवाऐं प्रदान की। कैम्प में प्रकाश सुरेका, डाॅ. जयसिंह, डाॅ. सरीन, डाॅ. गौरी, ताजू खां एवं मनोज आदि ने सहयोग दिया।