जयपुर। जिला परिषद जयपुर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ठोस व तरल कचरा प्रबन्धन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बुधवार को इन्दिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में किया गया। इस कार्यशाला में जिले में ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) सत्यापित ग्राम पंचायतो के सरपंच एवं ग्राम सचिव सहित अन्य कार्मिकों को विषय विशेष़ज्ञो ने अलग-अलग सत्रोें में ठोस व तरल कचरा प्रबन्धन के बारे में जानकारी दी।
जिला प्रमुख मूलचन्द मीना ने कार्यशाला का दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया। उन्होंने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए अपनी ग्राम पंचायतो को ओडीएफ करने के लिए सरपंचो एवं कार्मिकों को बधाई दी। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ठोस एवं तरल कचरे के प्रबन्धन की व्यवस्था कर गांवो में स्वच्छता अभियान को और आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता से हमे स्वास्थ्य सुरक्षा, प्रदुषण नियन्त्रण एवं स्वच्छ वातावरण मिलता है।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने कार्यशाला में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत गांवो में कचरा प्रबन्धन की सूचारू व्यवस्था के उददेश्य को पूरा करने में गांववासियों और वहां के जन प्रतिनिधियों की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने सरपंचो का आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए गांव के लोगों की सक्रिय भागीदारी से धरातल पर बदलाव लाये। इसमें सफलता से गांवो के विकास का मार्ग और प्रशस्त होगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आलोक रंजन ने कार्यशाला के प्रतिभागियों द्वारा रखे गये बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उनकी शंकाओ का समाधान किया और उन्हें नियमों एवं गाईड लाईन की जानकारी दी। कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक प्रदीप श्रीवास्तव ने ठोस व तरल कचरा प्रबन्धन के तकनीकी विकल्प, डीपीआर तैयार करने, स्टेट गाईड लाईन सहित अन्य पक्षों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में प्रशिक्षु आईएएस अतहर आमीर खान सहित संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।