राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) का जिला शैक्षिक सम्मेलन संपन्न: शिवकुमार शर्मा बने अध्यक्ष, गोपाल जांगिड़ मंत्री

0
140

शिक्षकों की समस्याओं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा, नई कार्यकारिणी का गठन

चूरू। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के जिला शैक्षिक सम्मेलन का द्वितीय दिवस समापन समारोह चूरू में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर वार्षिक जिला निर्वाचन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें नई कार्यकारिणी का चुनाव हुआ। निर्वाचन अधिकारी सूर्यकांत शर्मा, प्रधानाचार्य एवं प्रांतीय पर्यवेक्षक सीकर की सुशीला कस्वां की देखरेख में संपन्न हुई निर्वाचन प्रक्रिया में जिला कार्यकारिणी के विभिन्न पदों पर सर्वसम्मति से सदस्यों का चयन किया गया, जिसमें शिवकुमार शर्मा को जिलाध्यक्ष और गोपाल जांगिड़ को मंत्री के रूप में चुना गया। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद सिंह राठौड़ ने नव-निर्वाचित कार्यकारिणी के सदस्यों को शपथ दिलाई।
नव-निर्वाचित कार्यकारिणी में शिवकुमार शर्मा को जिलाध्यक्ष और गोपाल जांगिड़ को मंत्री नियुक्त किया गया। बनवारी लाल जांगिड़ कोषाध्यक्ष के रूप में चुने गए, जबकि मनोज सारस्वत को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और विकास पारीक को सभाध्यक्ष बनाया गया। रमेश कुमार और जाकिर हुसैन को उपसभाध्यक्ष नियुक्त किया गया।उपाध्यक्ष (पुरुष) पद पर दीपचंद इन्दोरिया, उपाध्यक्ष (महिला) पद पर रेणु सुईवाल, उपाध्यक्ष (माध्यमिक शिक्षा) के रूप में अनोपसिंह राठौड़ और उपाध्यक्ष (संस्कृत शिक्षा) के रूप में नरपत सिंह शेखावत को चुना गया। गंगाराम सुथार को सचिव (प्राथमिक शिक्षा) और नरपाल सिंह को सचिव (माध्यमिक शिक्षा) नियुक्त किया गया। अन्नम भारद्वाज महिला सचिव, सूर्यप्रकाश शर्मा अध्यापक सदस्य, मनोजकुमार नाई पंचायत समिति शिक्षक सदस्य, दयानंद वरिष्ठ अध्यापक सदस्य, प्रमोदकुमार सेवदा प्रधानाचार्य सदस्य, जयप्रकाश नारायण संस्कृत शिक्षा सदस्य, किरण सोनी महिला शिक्षक सदस्य और अजीत कुमार शर्मा सेवानिवृत्त शिक्षक सदस्य के रूप में चयनित हुए।
इसी के साथ दो दिवसीय जिला शैक्षिक सम्मेलन का समापन हुआ, जिसमें शिक्षकों के हितों, वर्तमान शैक्षिक मुद्दों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। समारोह की शुरुआत खुले सत्र से हुई, जिसमें तृतीय श्रेणी अध्यापकों के स्थानांतरण, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, समय पर पदोन्नति, महात्मा गांधी विद्यालय में नई नियुक्तियाँ, समसा कार्यालय में पदस्थापन, और गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति जैसे प्रमुख मुद्दों पर मंथन किया गया। शिक्षकों ने अपने अधिकारों की रक्षा और उनकी पेशेवर समस्याओं के समाधान की माँग करते हुए सुझाव प्रस्तुत किए। इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विशेष चर्चा की गई, जिसमें नई नीति के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का विश्लेषण किया गया।कार्यक्रम में मंडल उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सैनी, विभाग संगठन मंत्री राजवीर सिंह राठौड़, निवर्तमान अध्यक्ष रामेश्वर खीचड़ और जिला संगठन मंत्री जगदीश जोशी सहित अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।

यह भी देखिए…..
खास बातचीत : न्यायिक मजिस्ट्रेट, विधि अधिकारी बनने के इच्छुक युवा जरूर देखें यह इंटरव्यू

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here