राजलदेसर में डांडिया गरबा महोत्सव: महिलाओं और युवतियों में दिखा खास उत्साह

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बालाजी सेवा समिति और उतरादा बास वार्ड नं 12 के सहयोग से तीसरी बार आयोजित हुआ महोत्सव

राजलदेसर।(मदन दाधीच) नवरात्रि के पावन अवसर पर राजलदेसर कस्बे में रेलवे फाटक के पास बालाजी सेवा समिति और उतरादा बास वार्ड नं 12 के मोहल्ले वासियों के सहयोग से दुर्गा पूजा महोत्सव के साथ तीसरी बार डांडिया और गरबा महोत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन महिलाओं और युवतियों के बीच खासा उत्साह लेकर आया, जहां गुरुवार रात को कस्बे की महिलाओं और युवतियों ने शानदार राजस्थानी वेशभूषा में गरबा और डांडिया करते हुए महोत्सव को और भी खास बना दिया।

राजस्थानी वेशभूषा में दिखी सांस्कृतिक झलक

महोत्सव की खास बात यह थी कि सभी महिलाएं और युवतियां पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में सजी-धजी नजर आईं, जिससे भारतीय संस्कृति और सभ्यता की खूबसूरती को साकार होते देखा गया। महोत्सव के दौरान महिलाओं ने डांडिया और गरबा के पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन किया, जिससे पूरा वातावरण आनंदमय हो गया। नृत्य में उनका जोश और जुनून साफ झलक रहा था, जो इस आयोजन की महत्ता और लोकप्रियता को दर्शाता है।

सैकड़ों महिलाओं और युवतियों की उपस्थिति

महोत्सव में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और युवतियां उपस्थित रहीं, जिन्होंने गरबा और डांडिया के माध्यम से न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन किया बल्कि इस महोत्सव का भरपूर आनंद लिया। डांडिया और गरबा के दौरान उत्साह और उमंग से भरा माहौल था, जहां महिलाएं अपनी पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करती नजर आईं। यह दृश्य भारतीय संस्कृति की सुंदरता और परंपराओं की जीवंतता को प्रदर्शित कर रहा था।

समिति की ओर से शानदार व्यवस्थाएं

बालाजी सेवा समिति और उतरादा बास वार्ड नं 12 के मोहल्ले वासियों ने मिलकर इस महोत्सव की बेहतरीन व्यवस्थाएं की थीं। विशेष रूप से महिलाओं के बैठने और उनके आराम के लिए समिति द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे, जिससे सभी को सुविधा मिल सके। इस आयोजन में समिति के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी और उनके समर्पण ने इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समिति के सदस्यों ने बताया कि यह आयोजन पिछले तीन सालों से लगातार हो रहा है, और हर साल इसमें महिलाओं और युवतियों की भागीदारी और उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। महोत्सव का उद्देश्य न केवल दुर्गा पूजा के माध्यम से धार्मिक आस्था को मजबूत करना है, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को भी संजोए रखना है।

महिलाओं की भीड़ और बढ़ता आकर्षण

गुरुवार रात को महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियां डांडिया और गरबा देखने और भाग लेने के लिए उमड़ीं। इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों से भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे, जो इस आयोजन की लोकप्रियता को दर्शाता है। महोत्सव में उपस्थित महिलाएं अपने पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से देवी दुर्गा की आराधना करते हुए अपनी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन कर रही थीं।

समिति के सदस्य और गणमान्य लोगों की उपस्थिति

इस अवसर पर बालाजी सेवा समिति के कई सदस्य और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। समिति के सदस्यों का कहना है कि इस तरह के आयोजनों से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को सुदृढ़ किया जाता है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे की भावना भी प्रबल होती है। समिति के सदस्यगणों ने इस महोत्सव को और भव्य बनाने का संकल्प लिया और आशा व्यक्त की कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन और भी अधिक आकर्षक और समृद्ध होगा।

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