महिलाएं आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनकर राष्ट्र की उन्नति में दें योगदान : सहारण

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अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर महिला अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए महिलाओं एवं बालिकाओं का सम्मान

चूरू। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित ओंकार वाटिका में महिला अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए बालिकाओं एवं महिलाओं का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक हरलाल सहारण ने कहा कि आज कोई भी फील्ड ऎसा नहीं है, जिसमें महिलाएं अपनी लगन एवं मेहनत से परचम नहीं फहरा रही हों। महिलाओं को लेकर समाज की सोच में बहुत बदलाव आया है लेकिन फिर भी इस दिशा में बहुत काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण विधेयक के रूप में महिला सशक्तीकरण का नया अध्याय लिखा है। उन्होंने कहा कि आज केंद्र व राज्य सरकार की ओर से महिला सशक्तीकरण के लिए अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
जिला प्रमुख वंदना आर्य ने सम्मानित बालिकाओं और महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि इस मानव सभ्यता के विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान रहा है। अब समय आ गया है कि महिलाएं पारम्परिक रूढ़ियों को तोड़कर आगे बढ़े और देश व समाज के उत्थान में अपना बराबर योगदान दे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने आप को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना होगा। जहां भी अन्याय हो, वहां आवाज उठानी होगी।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि जिले में महिला सशक्तीकरण के लिहाज से काफी काम हुआ है। अब इसी दिशा में और बेहतर काम करने की जरूरत है। उन्होंने महिला अधिकारिता विभाग की साथिनों से कहा कि गांव-ढाणी में दूरस्थ स्थानों पर बैठी महिलाओं की आवाज आप ही हैं। आपसे यही अपेक्षा है कि उनके जीवन को सरल बनाने और उनकी समस्याओं का दूर करने का भी काम करेंगी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता अत्यंत आवश्यक है।
एडीपीआर कुमार अजय ने कहा कि महिलाओं के सामने दोहरी चुनौती है और उन्हें एक साथ कई मोर्चों पर युद्ध लड़ना होता है। जरूरत इस बात की है कि महिलाएं अपने कौशल, चतुराई और मेहनत से इन सभी मोर्चों पर बेहतर काम करें और कहीं भी अतिरिक्त छूट की अपेक्षा नहीं करें। उन्होंने कहा कि जब आप महिला होने के नाते कोई सॉफ्ट कॉर्नर चाहती हैं, वहीं से किसी न किसी रूप में शोषण की बुनियाद रखी जाती है।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद सिंह राठौड़ ने शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि आज बहुत खुशी होती है जब हरेक रिजल्ट में बालिकाओं की स्थिति बहुत बेहतर सामने आती है।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहसान गौरी ने कहा कि महिलाओं को प्रत्येक चीज के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य की ओर भी बहुत ध्यान देना जरूरी है। तभी वे अपने परिवार का बेहतर पोषण कर पाएंगी।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक जयप्रकाश ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी और विभाग की ओर से महिला उत्थान के लिए किए जा रहे कामों के बारे में बताया। संचालन सुपरवाइजर ज्योति वर्मा ने किया।
इस मौके पर संस्कृत शिक्षा विभाग की वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा की राजस्थान टॉपर कृष्णा प्रजापत, दसवीं कक्षा में जिला स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाली निशु, रूचिका, नेहा गोयल, गायत्री, बारहवीं में बेहतर प्रदर्शन करने वाली रश्मि, प्रीति, भावना, सुमन, प्रियंका, स्नातक स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए संध्या, सौरभ, प्रिया, संतरा, राजीविका में बेहतर कार्य के लिए ज्योति, तारामणी, रेणु, विभागीय योजनाओं के लिए आशा, संजु, सुमन, पार्वती, विमला, राजकोर, संतोष कंवर, सुपरवाइजर संगीता, पूजा गेट, सहायक प्रोग्रामर अंजना गुप्ता, जनिता चाहर सहित विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, सफाई कार्मिक प्रेम देवी, राधा देवी, विमला देवी, सावित्री देवी, सीता देवी आदि का सम्मान किया गया। इस दौरान अनिल कुमार, अंकिता चौधरी, सुशीला, पूजा गेट, शकुंतला, संगीता, सखी केंद्र स्टाफ, समस्त साथिन आदि उपस्थित रहे।

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