चूरू। जिले के आधार ऑपरेटरों ने उनकी समस्याओं से अवगत करवाते हुए सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नाम संबोधित करते हुए डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि बीते कुछ वर्षों में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग राजस्थान सरकार एवं राजकॉम्प कंपनी द्वारा ऎसे-ऎसे नियमों व शर्तों को आधार ऑपरेटरो पर लागू कर दिया गया है जिससे आधार ऑपरेटरो कार्य करना बहुत ही मुश्किल कर दिया है। राजस्थान में आधार की सेवाओं को इन हाउस मॉडल में लाये जाने का प्रस्ताव प्रकिया में है, इसके अंतर्गत विभाग द्वारा ही आधार सेवा के किट उपलब्ध करवाए जाएंगे। यदि ऎसा होता है तो अगर विभाग ऎसा करता है तो ऑपरेटर द्वारा खरीद कर लाये गए आधार किट का क्या होगा? आज आधार के पूर्ण किट का मूल्य लगभग डेढ़ लाख की रुपये का आता है, जो आधार ऑपरेटर बमुश्किल से पैसो को ब्याज पर लाकर अपना कार्य शुरू करता है इस नियम से आधार ऑपरेटर पूर्ण रुप से कर्जे में डूब जाएगा।
उन्होंने बताया कि आधार ऑपरेटरों ने ज्ञापन के माध्यम से आधार ऑपरेटरों की संख्या में कमी, विभाग द्वारा वेवजह व बिना पूर्व सूचना दिए आधार ऑपरेटर को डीएसोसिएट व ब्लैकलिस्ट करने के प्रकरणों, डीएसोसिएट और बिना वजह ब्लैकलिस्ट किए गए आधार ऑपरेटरों को री-ट्रेनिंग के बाद जल्द से जल्द एक्टिव करने, ग्राम पंचायत स्तर तक राजनेट को समुचित रूप से संचालित करने, विभाग में जिले एवं स्टेट पर आधार संबंधित टेक्निकल समस्याओं के समाधान हेतु टेक्निकल सेल का गठन करने सहित अन्य मांगे रखीं।
आधार ऑपरेटर युनियन चूरू के अध्यक्ष विपिन ने बताया कि मांगे नहीं माने जाने पर समस्त आधार ऑपरेटरों द्वारा आधार की समस्त सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा और समस्त आधार ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, योजना भवन, जयपुर के बाहर भूख हड़ताल की जायेगी।
गौरतलब है कि आधार की सेवा सरकार की सभी योजना में एक रामसेतु का कार्य कर रही है। किसी भी विभाग, संस्थान, सरकारी कार्यालयों, प्रतियोगिता परीक्षा, विद्यालय-महाविद्यालय प्रवेश आदि सभी जगह आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। राजस्थान में सर्वप्रथम आधार की सेवाएं प्राइवेट कंपनियों द्वारा संचालित की जा रही थी। वर्ष 2015 के बाद राजस्थान में आधार का कार्य राजकॉम्प कंपनी के अधीन आ गया, जिसमें आधार का कार्य सरकारी संस्थान में ही संचालित किया जा सकता है तथा नेट की उपलब्धता भी सरकार द्वारा उपलब्ध नेट (राजनेट एवं राजस्वान) पर ही आधार का डाटा अपलोड किया जा सकता है।इस दौरान विवेक मोगा, ओमप्रकाश, मक्खन लाल, दिनेश स्वामी, किशोर बागड़ी, राकेश भादु, प्रकाश, राजेश महला आदि ऑपरेटर उपस्थित थे।