रतनगढ़। आयुषमान भव अभियान के अवसर पर बुधवार को राजस्थान निःक्षय सम्बल योजना के अन्तर्गत निक्षय मित्र बन कर रेडक्रॉस सोसायटी रतनगढ़ द्वारा टीबी क्लिनिक रतनगढ़ में रिकार्ड़ 200 टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार किट का वितरण किया गया।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशन में एवं रेडक्रॉस सोसायटी चूरू सचिव रघुनन्दन शर्मा की प्रेरणा से भामाशाह शुभकरण बैद द्वारा 200 टीबी मरीजों को आटा, मिक्स दाल, तेल, नमक आदि पोषण सामग्री का वितरण किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने जिले के भामाशाहों से अपील की राजस्थान निक्षय सम्बल योजना के तहत नि-क्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को पोषण, शिक्षा व रोजगार के रूप में सहायता करें।
भामाशाह शुभकरण बैद ने बताया की टीबी मरीजों को पोषण सामग्री से टीबी से लड़ने में सहायता मिलती है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। संस्था विभिन्न क्षेत्रों में सेवा का कार्य कर ही है।
जिला टीबी रोग अधिकारी डॉ. वेदप्रकाश ने बताया की आयुष्मान भव अभियान कार्य योजना में इस गतिविधि को शामिल किया गया है। क्षय रोगियों को नियमित उपचार के साथ सम्पूर्ण प्रोटिन युक्त पोषण लेना भी जरूरी होता है। इस अवसर पर शुभकरण बैद, रतनलाल बैद, कन्हैयालाल चौमाल, रघुनन्दन धर्ड, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में जिला क्षय निवारण केन्द्र के कार्मिकों ने सहयोग दिया।
जिला टीबी अस्पताल रतनगढ़ को भेंट किया इंटरेक्टिव डिजिटल बोर्ड
जिले के रतनगढ़ ब्लॉक मुख्यालय स्थित जिला टीबी अस्पताल में भामाशाह शुभकरण बैद ने बुधवार को इंटररेक्टिव डिजिटल बोर्ड भेंट किया।
जिला टीबी रोग अधिकारी डॉ वेदप्रकाश ने बताया कि पूरे प्रदेश में यह पहला जिला टीबी अस्पताल है, जहां इस प्रकार का अत्याधुनिक इंटरेक्टिव बोर्ड प्रशिक्षण हेतु भेंट किया गया है। इंटरेक्टिव बोर्ड के माध्यम से जिला स्तर के प्रशिक्षण, चिकित्सा विभाग के एमओ, एएनएम, आशा सहयोगिनी, टीबी चैम्पियन आदि को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि भामाशाह प्रेरक कन्हैयालाल चौमाल ने भामाशाह को प्रेरित किया।