डेरूं नृत्य रहा आकर्षण का केन्द्र
चूरू । गोगानवमी महोत्सव के तहत शहर के खेमका सती मंदिर मार्ग स्थित पीथाराम भक्त की गोगामेड़ी में बुधवार रात आयोजित जागरण में लोक गायक कलाकारों ने डेरूं नृत्य के साथ गोगाजी के भजनों की शानदार प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर दिया।
गुरू गोरखनाथ एवं जाहरवीर गोगाजी की नौ दिवसीय साधना में बैठे गोगामेड़ी के भक्त डूंगरमल यादव एवं चम्पालाल पापटान ने ज्योत प्रज्वलित की और ढोल व बाटके की धुन पर महाआरती की गई। आसण गायन व गुरु गोरखनाथ की वंदना सुमर सुमर गुरुदेव मनाया… से शुरू हुए जागरण में पीथाराम भक्त भजन मण्डली के कलाकार रूकमानन्द प्रजापत, भंवरलाल राणोलिया, लेखराम प्रजापत, सांवरमल गुर्जर, जगदीश देवड़ा, श्रवण किरोड़ीवाल, श्यामलाल गुंसाई, सुमेरसिंह, राजकुमार गुंसाई, राहुल सैन आदि ने शानदार भजन प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को देर रात तक बांधे रखा। कलाकारों ने गोगाजी महाराज की जीवनी से जुड़े भजन बाछल नहाण संजोयो रे जोगी अलख जगाया रे…, जगदम्बा म्हारी अरज सुणो…., लाग्यो उमावो रे मेड़ी के राणा…, बाछल माता बैठी झरोखा के मांये… आदि सहित लोकदेवता भभूता सिद्ध व केशरा कंवर के भजन सुनाए।
इस अवसर पर गोगामेड़ी परिसर की भव्य सजावट की गई। श्रद्धालुओं को नारियल, चूरमा व बूंदी का प्रसाद वितरित किया। जागरण में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अलावा शहर की अन्य गोगामेडिय़ों के गोगाभक्तों ने शामिल होकर गोगाजी के श्रृंगारित निशान के दर्शन कर धोक लगाई और पानी के नारियल का प्रसाद चढ़ाया।