जिला कलक्टर व एसपी के नेतृत्व में आंतरिक सुरक्षा योजना में हुई रिहर्सल
प्रतापगढ़। धरियावद रोड स्थित हनुमान घाटी में शुक्रवार को हुई आंतरिक सुरक्षा योजना की माॅक ड्रिल में पुलिस व प्रशासन की मुस्तैदी साफ नजर आई। सूचना मिलने के दस मिनट में कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। लगभग आधे घंटे में फायर ब्रिगेड, आपदा प्रबंधन, क्यूआरटी, पुलिस, एंबुलैंस समेत सभी महत्वपूर्ण टीमें एवं अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मौके पर मौजूद जिला कलक्टर नेहा गिरि व एसपी शिवराज मीणा ने पुलिस व प्रशासन के रिस्पांस टाइम पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि इस माॅक ड्रिल ने यह प्रूव किया है कि जिले की पुलिस व प्रशासन की किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम है।
माॅक ड्रिल के तहत करीब चार बजे अधिकारियों को सूचना मिलनी शुरू हुई कि धरियावद रोड स्थित हनुमान घाटी में कोई दुर्घटना हुई है। दुर्घटना की सूचना पर सबसे पहले देवगढ एसएचओ मौके पर पहुंचे। बाद में जैसे-जैसे सूचना मिली, वैसे-वैसे क्रमशः रोडवेज अधिकारी, रिजर्व पुलिस लाइन जाब्ता, एडीएम हेमेंद्र नागर, पीआरओ कुमार अजय, तहसीलदार गोपाल मेघवाल, सिटी कंट्रोल रूम जाब्ता, कलक्ट्रेट आपदा प्रबंधन टीम, फायर ब्रिगेड, पुलिस क्यूआरटी, देवगढ़ एंबुलैंस 108, प्रतापगढ मेडिकल टीम, यातायात पुलिस, प्रतापगढ डीवाईएसपी, प्रतापगढ एसएचओ, मीडियाकर्मी, सीएमएचओ, एंबुलैंस, महिला थाना टीम, एसीईओ रामेश्वर मीना, धरियावद डीवाईएसपी, धमोतर एसएचओ, धोलापानी एसएचओ, एमबीसी रिजर्व जाब्ता, क्रेन, विद्युत विभाग टीम, एचएचओ अरनोद, कुलथाना 108 एंबुलैंस, पीपलखूंट एसएचओ सहित सभी संबंधित अधिकारी व टीमें मौके पर पहुंच गई। क्यूआरटी व आपदा प्रबंधन दल सभी रेस्क्यू से जुड़े संसाधनों के साथ वहां पहुंचे। इस दौरान रेस्क्यू आॅपरेशन, भीड़ प्रबंधन आदि से जुड़े पूर्वाभ्यास भी किए गए।
जिला कलक्टर नेहा गिरि ने इस मौके पर अधिकारियों, कर्मचारियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन से जुड़ी समस्त टीमों का समन्वय इस माॅक ड्रिल में देखने को मिला है,जो बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के समय रिस्पांस टाइम सबसे महत्वपूर्ण चीज है। सभी यह भी देखें कि माॅक ड्रिल में क्या-क्या खामियां रही हैं, जिन पर हम और बेहतर एक्सरसाइज कर सकते हैं।
एसपी शिवराज मीणा ने कहा कि हादसे कभी भी हो सकते हैं, उसके लिए हमें सदैव तैयार रहना होता है। आज सभी लोगों ने जल्दी से जल्दी रिस्पांस दिखाया है, जो बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि वर्तमान मानसून के समय में हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। अतिवृष्टि के चलते कभी भी ऐसी आपदा की स्थिति आ सकती है, हमें उसके लिए भी सदैव तैयार रहना चाहिए। माॅक ड्रिल के दौरान पुलिस व प्रशासन के सैकड़ों अधिकारियों, कर्मचारियों को देखकर ग्रामीण भी हैरत में पड़ गए। मौके पर ग्रामीणों की भी भारी भीड़ जमा हो गई। बाद में सच्चाई पता चलने पर सभी ने राहत की सांस ली।