चूरू ।डिपार्टमेंट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एवं लोहिया महाविद्यालय, चूरू के तत्ववधान में इस फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सविता दहिया, जिला वन अधिकारी थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य श्री दिलीप सिंह जी पूनियां ने की। उद्घाटन सत्र में सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात् सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में आज की मुख्य वक्ता सविता दहिया ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण में विज्ञान एवं तकनीकी तथा पुरातन साहित्य जैसे वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत, कामायनी जैसे ग्रंथों में पृथ्वी एवं अन्य ग्रहों की उत्पत्ति से संबंधित बृहद ज्ञान पहले से ही समाहित है। दहिया ने बताया कि आज कंप्यूटर तकनीक का युग है, जिसमें विभिन्न प्रकार के बायो सेंसर सेटेलाइट, इंटरनेट की टेक्नोलॉजी का उपयोग योग किया जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण तथा वन्य जीव के संरक्षण अभीवर्धन जैसे नवाचार करने में सफलता प्राप्त हुई है। इसी श्रंृखला में 3 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जो वाद विवाद, स्लोगन राइटिंग, निबंध लेखन के रूप में रहे स्थानीय महाविद्यालय एवं लोहिया महाविद्यालय के 117 विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कुमारी ममता द्वितीय स्थान आंचल शर्मा एवं तृतीय स्थान प्रतीक्षा चारण ने प्राप्त किया। शेष प्रतियोगिता के परिणाम कल घोषित किए जाएंगे। इसी प्रकार शुक्रवार को फैलोशिप प्रोग्राम एवं राइटिंग स्किल पर व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम के समन्वयक डॉक्टर के. सी. सोनी ने त्रिदिवसीय प्रोग्राम की रूपरेखा बताई। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ दिलीप सिंह पुनियां ने इस नवाचार को सारगर्भित बताते हुए भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों को जारी रखने का मानस जताया। अंत में सभी का आभार श्री राजकुमार लाटा ने व्यक्त करते हुए आगंतुक अतिथियों, विद्वान साथियों एवं विद्यार्थियों को धन्यवाद प्रेषित किया। आज का मंच संचालन श्री शांतनु डाबी ने किया।