तारानगर में राजपूत समाज का प्रतिभा व भामाशाह सम्मान समारोह आयोजित

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पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने की 11 लाख की घोषणा, शिक्षा और एकजुटता पर दिया जोर

तारानगर । पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिँह राठौड़ के मुख्यतिथ्य व भामाशाह प्रताप सिँह चलकोई की अध्यक्षता में तारानगर के राजगढ़ सड़क मार्ग पर स्थित खींची कृषि फ़ार्म हाउस में क्षत्रिय विकास संस्थान के तत्वावधान में राजपूत समाज का प्रतिभा, भामाशाह सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ। सादुलपुर विधायक मनोज न्यागली कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। शिक्षक वीर बहादुर सिँह राठौड़ के नेतृत्व में अतिथियों का माला व साफा पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। शिक्षक वीर बहादुर सिँह ने बताया कि कार्यक्रम में बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ट अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभाओं, भामाशाहो व सरकारी नौकरी वाले वाले राजपूत, राजपुरोहित व चारण समाज के 551 लोगों को अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह व बेग फ़ाइल व डायरी देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि समाज की प्रतिभा हम सबका भविष्य है इन प्रतिभाओं का हौंसला ग्राम में चौपाल में सम्मान करके बढ़ाना होगा। लोकतन्त्र में 36 कौम को साथ लेकर सफलता मिल सकती है, अब राजा रानी के पेट में मत की ढोलकी से पैदा होता है। हमे अब सरदार की भूमिका में आकर सबको साथ लेकर नेतृत्व प्रदान करना होगा। हमे ग्रामीण परिवेश से जुड़कर कृषि जमीन की रक्षा करनी होगी, राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए प्रयास जारी रहेगा, केंद्र और प्रदेश सरकार की शिक्षा से जुड़ी योजनाओं से जुड़कर प्रतिभाओं को सफलता के सोपान तय करने होंगे । अपने भाई की टांग खिंचाई को छोड़कर उसका हाथ पकड़कर उसको नई राह हम सब मिलकर दिखाए। राठौड़ ने कहा जब मौका मिले तो कार्य करना वाली भूमिका नहीं, कार्य देने वाली भूमिका में आकर समाज का नाम करे। राठौड़ ने अपने सुपुत्र पराक्रम राठौड़ की तरफ से महाराजा तारासिंह स्मृति छात्रावास तारानगर में 11 लाख रूपये देने की घोषणा। भामाशाह प्रतापसिंह चलकोई ने चलकोई फाउंडेशन की तरफ से लाइब्रेरी के लिए 11 लाख रुपया देने की घोषणा की एवं राजस्थानी भाषा को मान्यता की अपील की, जो प्रतिभा आरएस की तैयारी करे उसको मदद करेंगे। सादुलपुर विधायक मनोज न्यागली ने कहा कि समाज को संगठित होकर एक लोकतन्त्र में सफ़ल होना होगा, सभी की रक्षा करे वो ही राजपूत है, शिक्षा वर्तमान युग में सफलता का हथियार है। कार्यक्रम को सहायक जिला जिलाधीश दीपशिखा कालवी, मधुसूदन राजपुरोहित, राजेश विद्रोही ने विचार व्यक्त किए। स्वागत भाषण वीर बहादुर सिंह राठौड़ ने दिया। बलवीरसिंह राठौड़, मनफूलसिंह बागोर, दया कंवर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस मोके पर कार्यक्रम में रतनसिंह राठौड़, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेन्द्र सिँह, आईजीएनपी अधिशाषी अभियंता प्रभुसिंह राठौड़, तहसीलदार राजविंदरसिंह राठौड़, धर्मवीरसिंह राठौड़, गिरवरसिंह, संदीपसिंह, प्रदीपसिंह, सुल्तानसिंह, कानसिंह, सुमेरसिंह, महेशसिंह, जयमालसिंह, तारासिंह, प्रहलादसिंह, करणीसिंह, पदमसिंह, विक्रमसिंह कोटबाद सहित समाज के सैकड़ों लोग सम्मान समारोह कार्यक्रम में मौजूद थे।

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