बच्चों को शाला में ही संस्कारित शिक्षाअपराध लगाम की प्रथम सिढी- रामेश्वर प्रजापति

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चूरू। मुख्यालय के निकटवर्ती गांव खांसोली के शुक्रवार को राजकीय महात्मा गांधी उ मा वि के सभागार में गरिमा शिक्षा प्रेरणा कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीशच् चुरु रविन्द्र कुमार के निर्देशानुसार,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चुरु के सचिव डॉ शरद कुमार ब्यास की देखरेख में मुख्य वक्ता एडवोकेट रामेश्वर प्रजापति जिला अध्यक्ष सिवील राईट सोसायटी एवं सदस्य जिला विधिक चेतना समिति ने सेक्सुअल हरेसमेंट आफ वुमन अट वर्क पेलेस एक्ट की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के कार्यस्थल पर लेंगिक उत्पिड़न की रोकथाम के लिए बीस से अधिक कार्मिक होने पर उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार एक्ट में प्रावधान किया गया है कि प्राईवेट हो चाहे सरकारी हर संस्थान में आन्तरिक समिति बनानी अनिवार्य है संस्थान द्वारा गठन नहीं करने पर संस्था पिठासिन पर पचास हजार रुपए तक जुर्माना लगाया जाने का एक्ट में प्रावधान है। प्रजापति ने अपने उद्बोधन में कहा कि शाला शिक्षा का मन्दिर है बच्चों को संस्कारित शिक्षा दे कर आदर्श समाज का निर्माण किया जा सकता है बच्चों को संस्कारित शिक्षा दे कर अपराध पर लगाम लगाने की शाला प्रथम सिढी है उन्होंने बच्चों को स्वस्थ परिवार निर्माण से लेकर शाला का घरवालों का नाम रोशन करने का बच्चों से आह्वान किया। उन्होंने बच्चों को प्रातः जल्दी चार बजे उठने और चार घंटे घर पर पढ़कर शाला आने का स्वप्रेरित संकल्प दिलाया, उन्होंने बच्चों को बाल विवाह रोकथाम के साथ पढ़ाई की जागे तभी सवेरा से शानदार शुरुआत करने की प्रेरणा देते हुए बारह गुना पढ़ाई का बच्चों को फार्मूला बताया , बच्चों को स्वस्थ रहो मस्त रहो पढ़ते रहो आगे बढ़ते रहो नारे प्रशंचित होकर पढ़ने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भामाशाह दुलदान चारण ने बच्चों को संस्कारित शिक्षा का शानदार पाठ पढ़ाया उन्होंने कहा कि संस्कारित शिक्षा, अनुशासन, कठीन मेंहनत, बुजुर्गाे का आशीर्वाद जिवन को सफलता की ऊंचाईयों को छूने के पर्याय है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था प्रधान गीता भाटिया ने बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों के साथ ही शाला परिणाम, खेल प्रतियोगिता आदि की सराहनीय जानकारी देते हुए शाला स्टाफ की तारीफ की ओर आगंतुकों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में धर्मेन्द्र सोलंकी, कन्हैयालाल, रणवीर, रंजीत, विकास पुनिया, ताराचंद,अनिल कुमार, भंवरलाल,सरोज सैनी, सुधा शर्मा,मुकेश, कमलेश, सुमित्रा छिंरंग,सुमन लतिका, विक्रम, गोविंद मेघवाल,जुगल प्रजापत आदि ने सहभागिता दी। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रजापति ने स्वरिचित कविता की पंक्ति घणोरे सुरंगों बो सुरंगों घणों,म्हारो घणों सुरंगों गांव जकरों खासोली है नांव, घणों रे सुरंगोंओ बो सुरंगों घणों, की सुन्दर पंक्तियां से शुरूआत की। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विद्ध शिव कुमार शर्मा ने किया।

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