चूरू। डाईट परिसर में सोमवार को बाल संसद क्रियान्वयन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य गोविंद सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में हुआ। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर बाल संसद का गठन कर बालकों में लोकतांत्रिक मूल्यों और दायित्व की भावना का विकास करना था।प्राचार्य गोविंद सिंह राठौड़ ने कहा कि बाल संसद के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व और समूह के साथ काम करने की क्षमता विकसित की जा सकती है। प्रभाग अध्यक्ष उमा सारस्वत ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा चरण है। उन्होंने इसे सफलतापूर्वक विद्यालय स्तर पर लागू करने पर जोर दिया।इस अवसर पर राजेंद्र शर्मा ने गोविंद अग्रवाल की पुस्तक की जानकारी दी, जबकि भोजराज दाधीच ने इतिहास लेखन के महत्व पर प्रकाश डाला। संदीप महरौलिया और सुरेश ने पीपीटी के माध्यम से बाल संसद गठन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। अशोक पारीक ने मंत्रिमंडल गठन की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी दी।कार्यक्रम में तारा लक्ष्मी, कुसुम शेखावत, विजयलक्ष्मी शेखावत, निहाल सिंह लांबा, रामनिवास, राजेश और विजयलक्ष्मी सहित 40 शिक्षक प्रतिभागियों ने भाग लिया।