पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने तनाव प्रबंधन के महत्व पर किया मंथन
चूरू। विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह (04 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2024) के अवसर पर गुरुवार को पण्डित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज, परिसर में गुरूवार को “It is Time to Prioritize Mental Health in the Workplace” थीम के साथ ‘स्ट्रेस मैनेजमेंट एट वर्कप्लेस’ (कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना और तनाव प्रबंधन के उपायों पर जागरूकता को बढावा देने के उद्देश्य को लेकर आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने पुलिसकर्मियों को तनाव से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की और उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया।
सत्र के दौरान विशेषज्ञों ने कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन के महत्व और इसके उपायों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान, समय प्रबंधन, और छोटे-छोटे ब्रेक लेने जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने से कार्यक्षमता में भी सुधार होता है, जिससे कर्मचारी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक जय यादव ने पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए तनाव से निपटना एक बड़ी चुनौती है। “पुलिसकर्मी एक ऐसे कार्यक्षेत्र में काम करते हैं, जहाँ तनाव की अधिकता होती है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम मानसिक रूप से स्वस्थ रहें, ताकि हम अपनी जिम्मेदारियों को कुशलता से निभा सकें। तनाव प्रबंधन के उपायों को अपनाकर हम अपने काम को बेहतर तरीके से कर सकते हैं,” उन्होंने कहा। जय यादव ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस प्रकार के सत्र पुलिस कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पुलिस अधीक्षक जय यादव ने कहा कि तनाव प्रबंधन के इस प्रकार के सत्र भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि पुलिसकर्मी मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बन सकें। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मियों को मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और तनाव प्रबंधन के उपायों को अपने जीवन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र दादरवाल ने अपने संबोधन में कहा कि तनाव का प्रभाव हर किसी के जीवन पर पड़ता है, लेकिन इसे संतुलित करने के लिए हमें एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी। “योग, मेडिटेशन और नियमित व्यायाम तनाव को कम करने के बेहतरीन उपाय हैं। हमें इन गतिविधियों को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, ताकि हम मानसिक रूप से मजबूत रह सकें,” उन्होंने बताया कि तनाव प्रबंधन के लिए समय-समय पर मानसिक स्वास्थ्य जांच और थेरपी भी मददगार साबित हो सकती हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाए रखने पर भी जोर दिया।
कार्यशाला में सहायक पुलिस अधीक्षक, वृत राजगढ़, निश्चय प्रसाद एम, आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजानगढ़, दिनेश कुमार, आरपीएस, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसआईयूसीएडब्ल्यू, सतपाल सिंह, आरपीएस, भी उपस्थित थे। इनके साथ ही चूरू जिले के सभी वृताधिकारी, थानाधिकारी, और विभिन्न थानों एवं कार्यालयों में पदस्थापित पुलिसकर्मी भी कार्यशाला में शामिल हुए।