चूरू, हिंदी साहित्य संसद द्वारा हिन्दी दिवस के अवसर पर नगरश्री के सभागार में साहित्यकार सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। डा. भवानी शंकर जी शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर से पधारे लोकेश कुमार सिंह साहिल मुख्य अतिथि रहे और उदयपुर से पधारी आशा पांडेय ओझा श्आशाश् विशिष्ट अतिथि रही। इन तीन विभूतियों के अतिरिक्त हिंदी साहित्य संसद-चूरू के अध्यक्ष बनवारी लाल शर्मा ख़ामोश ने मंच साझा किया। मंचस्थ जन द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा, चूरू के जनकवि स्व. प्रदीप शर्मा, स्व. भागीरथ प्रसाद मरदा एवं रामादेवी मरदा के चित्रों के समक्ष पुष्प अर्पित कर और अगरबत्ती जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दो छोटी बच्चियों तर्जनी सोनी और युक्ति सोनी द्वारा सरस्वती वंदना के बाद सम्मान का कार्यक्रम हुआ। जिसमें लोकेश कुमार सिंह साहिल को रामादेवी भागीरथ प्रसाद मरदा साहित्य सम्मान तथा आशा पांडेय श्आशाश् को प्रदीप शर्मा साहित्य सम्मान दिया गया। दोनों साहित्यकारों को सम्मान स्वरूप शाल, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, पदक एवं 11000/- रुपए भेंट किए गए। बड़ी संख्या में उपस्थित स्थानीय एवं बाहर से पधारे कविगण ने निर्धारित सीमित समय में मंचस्थ साहित्यकारों को अधिक से अधिक सुनने की इच्छा प्रकट करते हुए अपना समय उन्हें ही समर्पित करने का प्रस्ताव रखा,जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार करने के पश्चात श्री बनवारी लाल शर्मा श्ख़ामोशश्, श्रीमती आशा पांडेय श्आशा श्री लोकेश कुमार सिंह साहिल तथा अध्यक्ष भवानी शंकर शर्मा ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां दी और खूब वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम के प्रथम चरण का संयोजन सुश्री सरोज हारित ने किया और काव्य गोष्ठी का संयोजन इदरीस खत्री श्राज़श् ने किया।