सुजानगढ़। स्थानीय मरूदेश संस्थान द्वारा स्थापित कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान इस बार प्रसिद्ध लोक गायक कालूराम प्रजापति , जोधपुर को उनकी राजस्थानी लोक कला ,संगीत व संस्कृति के सम्बन्ध में विगत पचास बरसों से दी जा रही सेवाओं की प्रशस्ति में प्रदान किया जायेगा। मरूदेश संस्थान सुजानगढ़ के अध्यक्ष डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा ने बताया कि कन्हैयालाल सेठिया के 105 वें जन्मदिन पर सुजानगढ़ में आगामी 11 सितम्बर 2024 को आयोजित एक समारोह मे यह सम्मान जोधपुर के कालूराम प्रजापति को दिया जायेगा। राजस्थानी भाषा के गीतों की बात आते ही सबसे पहला नाम कालूराम प्रजापति का नाम ही आता हैं। प्रदेश के सबसे वरिष्ठ लोक गायक कालूराम प्रजापति ने राजस्थानी गीतों को देश -विदेश में पहचान दिलवाने का अद्भुत कार्य किया हैं।1965 और 1971 के युद्ध के दौरान इनके गीतों ने सीमा पर लड़ रहे सैनिकों का रेडियो के माध्यम से हौंसला बढ़ाया वहीं प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बीस सूत्री कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने और जन-जन तक पहुंचाने में आपने बहुत महत्वपूर्ण कार्य किया। राजस्थानी गीत ” ब्यावं बिनणी बिलखूं म्है,कद परणासी बाबलियो, ” जीवो जीव रो बैरी रे, ” पछै में क्यूं जांवा परदेस”, “म्हारो मरूधर देस” , ” बालम छोटो सो ” जैसे लोकगीत के रचनाकार व गायक कालूराम प्रजापति आकाशवाणी पर सबसे अधिक सुने जाने देश के लोकप्रिय लोक गायक रहे हैं।