चूरू। राजस्थान राज्य राशन विक्रेता संघर्षँ समिति के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट के आगे चार सूत्री मांगों को लेकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। समिति के अध्यक्ष सरवर खां ने बतााया कि राजस्थान की कई वर्षों से राशन डीलर्स उपभोक्ताओं को गेहू वितरण करते आ रहे है। कोरोना काल हो या अन्य आपदा महामारी हो राशन डीलर्स ने हमेशा सहयोग किया है। उसके बावजूद खाद्य विभाग के ऐसे आदेश जिससे विक्रेता को मानसिक आघात पहुंच रहा है। जिसके कारण एक राशन डीलर रामेश्वर मीणा उक्त आदेश से ऐसा मानसिक आघात पहुंचा कि उनका हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। इसलिए सरकार मानवीय मूल्य की दृष्टिगत रखते हुए उनके परिवार के एक सदस्य की सरकारी नौकरी व 50 लाख का मुआवआ दिया जाये। अध्यक्ष सरवर खां ने बताया कि राजस्थान के उचित मूल्य दुकानदार 1 अगस्त से अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया है। जिसके सम्बन्ध में सरकार और प्रशासन ने हमारी मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक कोई विचार नही किया गया। इसके विपरीत प्रशासन ने उचित मूल्य के दुकानदारो के स्थान पर जीएसएस एवं अन्य संगठनो की ओर से राशन वितरण करने के आदेश जारी किए। उक्त आदेश के चलते हमारे एक उचित मूल्य का दुकानदार रामेश्वर मीणा को सदमा लगने से हर्दयघात होने से निधन हो गया। हमारी चार मांगो के अलावा हमारे शहीद हुए उचित मूल्य दुकानटार रामेश्वर मीणा के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाये। जल्द से जल्द उचित मूल्य दुकानदारों की वर्तमान मांगों का निराकरण किया जावे। इस अवसर पर सुरेश सारस्वत, रतनलाल जांगिड़, दाउद थीम,बाबुलाल सिंह, मुस्तफा खान, दिनेश शर्मा, शौकत खां चायल, हनुमान सारण, अशोक शर्मा, भागीरथ, मनोज चौधरी, धमेन्द्र सारसव्त, हनुमान गोदारा, मोहसीन, सुमेर सिंह, हरिराम, महावीर सिंह, ओमप्रकाश पारीक, बरकत खां, मुंशराम, राजवीर राठौड़, लुनील पारीक, कृष्ण सिंह, विक्रम सिंह, प्रमेश्वर सैनी, शंभुदयाल, सोहनलाल सैनी, महेश कुमार आदि सहित जिले के राशन विक्रेता डीलर्स मौजूद रहे।