10 वीं 12 वीं की बालिकाओं ने जिले के आला अधिकारियों से पूछे कैरियर सम्बन्धी रोचक सवाल
पाली। जिला प्रशासन व महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत एक नवाचार करते हुये सोमवार को नवाचार करते हुये जिला परिषद में कॉॅॅॅफी विथ डिविजनल कमिश्नर के साथ 10 वी से 12वी कक्षा की 100 बालिकाओं के साथ रोचक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिला प्रशासन के इस नवाचार में पाली संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह ने अपने जीवन के बारे में प्रकाश डालते हुये कहा कि जीवन में किस प्रकार लक्ष्य बनाकर योजनाबद्ध रूप से जीवन में आगे बढ़ना चाहिए ।जिसमें सर्वप्रथम छात्राओं का परिचय सत्र आयोजित हुआ, जिसमें उनके पसंदीदा विषय, केरियर विकल्प एवं होबी के बारे में संवाद हुआ। जिसमें उन्होंने संभागीय आयुक्त डॉ प्रतिभा सिंह व जिला कलक्टर एल एन मंत्री, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नन्दकिशोर राजौरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर सिलिंग भवानी सिंह के साथ विचार विमर्श हुआ।इस अवसर पर संभागीय आयुक्त डॉ सिंह ने छात्राओं को कहा कि कक्षा 12 के बाद वे अपना लक्ष्य निर्धारित कर दिनरात उसकी मेहनत में जुड़ जाए। साथ ही वे सहशैक्षणिक गतिविधियां में भी भागीदारी सुनिश्चित करें ताकि उनका शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। उन्होंने बताया कि स्पोटर्स व खेलकूद आदमी को बहुत कुछ सिखाता है और उनमें स्वीकार्यता, सहनशिल्ता एवं शारीरिक विकास में बहुत लाभदायी है। उन्होंने कहा कि छात्राएं सोते हुए सपने नहीं देखे वरना जागते हुए सपने देखे और उन्हें पूरा करने के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हो जाए। उन्होंने कहा कि छात्राएं टाईम टेबल बनाकर पढाई करे व प्रेरणादायी कोटेशन दीवार पर चस्पा करे जो उन्हें निरंतर उत्प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि वे उनकी लोकल गार्जियन है जिन्हें वे अपनी कोई भी समस्या बेधडक बता सकती है। उन्होंने अपने जीवन के विभिन्न प्रेरणादायक घटनाओं को छात्राओ ंके साथ साजा किया। छात्राओं को उनकी बातों ने बहुत प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी सम्पूर्ण शक्ति, प्लान ए पर लगानी चाहिए। प्लान बी के बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए।
इस अवसर पर जिला कलक्टर मंत्री ने कहा कि जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते है परंतु समर्पण एवं मेहनत ही वो माध्यम है जिसे कठिनतम लक्ष्य भी प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चियों को जीवन में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और स्वावलभी बनना होगा ताकि जीवन की और परिवार की सभी जिम्मेदारियों को पूर्ण कर सके और अपने सपनों को उड़ान दे सके। उन्होंने छात्राओं को विभिन्न केरियर विकल्प के बारे में उनकी जिज्ञासाओं को जाना, समझा एवं शांत किया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नन्दकिशोर राजौरा ने बताया कि छात्राओं को यूपीएससी की विभिन्न परीक्षाएं, क्या सब्जेक्ट होते है, उनकी तैयारी कैसे करनी चाहिए साथ ही उन्होंने बताया कि यदि जीवन में दृढ़ इच्छा शक्ति हो बिना आर्थिक संसाधन के भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने स्वयं के बारे में बताया कि किन विकट परिस्थितियों में उन्होंने एक शिक्षक के रूप में चयन होने के बाद धीरे धीरे 10वीं के बाद प्राइवेट अध्ययन किया और आरएएस बने। उनकी बातों ने बालिकाओं को बहुत प्रेरित किया।
इस अवसर पर छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं जैसे आरएएस, आईएएस, बैंकिंग, आर्मी, प्रोफेसर, डॉक्टर इत्यादि के बारे में अपने लक्ष्य के बारे में बताया ।
अतिरिक्त जिला कलक्टर , सीलिंग भवानी सिंह ने स्पोर्ट्स में किस प्रकार करियर बनाया जा सकता है, गणित एवं बायोलॉजी विषय में क्या-क्या करियर विकल्प है, कौन कौन सी संस्थाएं कौन-कौन सी डिग्री उपलब्ध करवाती है, इसके बारे में विस्तार से बताया।इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ,भागीरथ , जेन्डर स्पेशलिस्ट ,राजश्री , एम टी एस ,इन्दुबाला अंत में इस कार्यक्रम के लिए सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।