चूरू। धानुका धर्मशाला में आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन कथा में प्रवचन देते हुए संत हरिशरण ने कहा कि भगवान की भक्ति करना मनुष्य का परम धर्म है। प्रत्येक मनुष्य को भगवान की भक्ति करनी चाहिए। जिससे मानव के कष्टों को निवारण होता है। उन्होने कहा कि भगवान ने धरती पर धर्म की स्थापना करने के लिए अवतार लिए। उनका कहना था इस देश को तोड़ने में सदियों से लगी शक्तियों ने खूब प्रयास किया लेकिन यह वह ताकत है। जिसने सब कुछ सहते हुए भी भारत को खड़ा किया। इस अवसर पर आयोजक सणखत परिवार और श्रद्धालुओं ने भागवत की आरती की। कथा में महिलाएं भगवान श्रीकृष्ण के प्रसंगों को सुनकर भाव विभोर हो गई। कथा के दौरान महिलाएं व पुरूष झूमने लगे।