अभ्यर्थियों के निर्वाचन व्यय पर रहे कड़ी नजर, समुचित पर्यवेक्षण जरूरी — व्यय पर्यवेक्षक

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भारत चुनाव आयोग की ओर से नियुक्त व्यय पर्यवेक्षकों ने निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण को लेकर बैठक में दिए निर्देश, कहा-स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव हम सभी की प्राथमिकता

चूरू । विधानसभा आम चुनाव-2023 के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक आईआरएस मल्लिनाथ के जेऊरे एवं आईआरएस श्री हरिशंकर पी ने मंगलवार को जिला परिषद सभागार में निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण को लेकर नोडल, अतिरिक्त एवं सहायक नोडल तथा सहायक व्यय पर्यवेक्षकों की बैठक ली और पर्यवेक्षण प्रक्रिया एवं तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शितापूर्ण चुनाव हम सभी की प्राथमिकता है। बेहतर लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि चुनाव में धनबल और अन्य आपत्तिजनक संसाधनों का दुरुपयोग नहीं हो और एक बेहतर माहौल में चुनाव संपन्न हो। इसके लिए समस्त चुनाव प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन व्यय पर कड़ी निगरानी रखा जाना आवश्यक है। निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण से जुड़े समस्त अधिकारी पूरी सतर्कता, सजगता, सक्रियता के साथ अपने दायित्वों को अंजाम दें। हमें निष्पक्ष रहना है और यह निष्पक्षता दृष्टिगोचर भी होनी चाहिए ताकि मतदाताओं में मशीनरी के प्रति विश्वास का माहौल अधिक बेहतर हो। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान प्रत्येक गतिविधि पर समुचित नजर रखी जाए। अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले प्रचार-प्रसार के व्ययों का समुचित ब्यौरा रखें तथा परिवहन गतिविधियों की जांच करते हुए निगरानी रखी जाए। उड़नदस्ता, वीएसटी एवं एसएसटी दलों द्वारा की जा रही कार्रवाइयों की गति बढ़ाते हुए संदिग्ध गतिविधियों की जांच की जाए। पर्यवेक्षकों ने कहा कि राजनैतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा सभा एवं जनसम्पर्क के दौरान लगाए जाने वाले स्टेज के आकार, सहजदृश्य एवं प्रचार -प्रसार में उपयोग आने वाले सामान, वाहन रैली आदि की समुचित वीडियो रिकॉर्डिंग हो एवं व्यय अनुवीक्षण रखा जाए। संदिग्ध पाए जाने पर यथाशीघ्र संबंधित अधिकारी के संज्ञान में लाया जाए और आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाए।
जिला निर्वाचन अधिकारी सिद्धार्थ सिहाग ने व्यय पर्यवेक्षकों से अब तक की गई तैयारियों के संबंध में विचार-विमर्श किया और बताया कि सभी अधिकारी को पूरी सतर्कता के साथ दायित्व निर्वहन के निर्देश दिए गए हैं। जिला कलक्टर ने व्यय अनुवीक्षण से जुड़े समस्त अधिकारियों से कहा कि वे निर्वाचन दायित्वों के दौरान किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतें और आयोग के निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चत करें। किसी भी प्रकार की संशय की स्थिति में मार्गदर्शन ले लें एवं स्पष्टता के साथ चुनाव गतिविधियां संपादित की जाएं।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक, उप जिला निर्वाचन अधिकारी लोकेश गौतम, निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण प्रभारी सुजानगढ़ एडीएम भागीरथ साख, डीएफओ सविता दहिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयसिंह तंवर, जिला स्तरीय एमसीएमसी के अतिरिक्त नोडल अधिकारी कुमार अजय, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के संयुक्त निदेशक मनोज गरवा, डीटीओ ओमसिंह शेखावत, लाईजनिंग अधिकारी निरंजन चिरानियां, एपीआरओ मनीष कुमार, एलडीएम अमरसिंह, आयकर अधिकारी शीशराम सुमन, डीईओ लक्ष्मीनारायण, लाईजनिंग अधिकारी डॉ. मोहनलाल दादरवाल, कपिल शर्मा, निरंजन पारीक, सीताराम माली, जगदीश प्रसाद, वासुदेव, एएसआई राजेश चौधरी, कमल कुमार आत्रेय, तुलछाराम, श्यामाकांत महर्षि, संदीप कुमार जोशी, दयानंद शर्मा, गजेन्द्र भाटी सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।

कीमती सामान के साथ रसीद रखें आमजन

विधानसभा आम चुनाव के दौरान स्थैतिक निगरानी दलों और फ्लाइंग स्क्वैड द्वारा की जा रही कार्रवाई और निगरानी को लेकर जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने आमजन से अनुरोध किया है कि वे इसमें आवश्यक सहयोग प्रदान करें ताकि उन्हें किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। सिहाग ने कहा कि दिवाली एवं त्योहारी सीजन को देखते हुए आमजन यात्रा के दौरान नकदी एवं कीमती सामान आदि के संबंध में रसीद आदि आवश्यक दस्तावेज अपने साथ रखें। फिर भी यदि किसी की जब्ती हो जाती है तो आवश्यक दस्तावेज पेश करने पर उसे छोड़ा जा सकता है। इस प्रकार जब्त किए गए कैश या सामान के संबंध में जिला स्तर पर एडीएम, सीईओ एवं कोषाधिकारी को शामिल करते हुए चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कमेटी बनाई गई है, जिसके द्वारा जब्त सामान या राशि को छोड़े जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि त्यौहार और शादियों के समय को देखते हुए चुनाव आयोग की व्यवस्थाओं को व्यावहारिक तौर पर लागू करने का प्रशासन का पूरा प्रयास रहेगा। इसमें आमजन से भी सहयोग की अपेक्षा रहेगी।

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