चुरु। सिंगी धोरा स्थित सच्चियाय माता मंदिर में शारदीय नवरात्रि के आठवें दिन श्री राहुल सिंगी सपत्नीक चित्रा सिंगी दिल्ली ने शास्त्रोक्त विधि से पूजा अर्चना कर मां महागौरी की ज्योत लेते हुए विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर कहा कि माँ कि आराधना से सिद्धि और परम पद की ओर ले जाती है। भक्ति से यश, समृद्धि, अरोग्यता और आयुष्मान का आशीर्वाद मिलता है। हमसभी श्रद्धालुओं एवं भक्तों के जीवन में यह दिन असीम शुभता लाए, यही प्रार्थना है। कार्यक्रम में विधिवत पूजा अर्चना पंडित परमेश्वर जी पुजारी शुभकरण जी पुजारी ने संपन करवाई। व्यवस्थापक अभय सिंगी ने बताया की आज नवरात्रि का अष्टम स्वरूप मां महागौरी की उपासना का दिन होता है। इनका वर्ण पूर्णतः गौर है। इस गौरता की उपमा शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है। इनकी आयु आठ वर्ष की मानी गई है- श्अष्टवर्षा भवेद् गौरी।श् इनके समस्त वस्त्र एवं आभूषण आदि भी श्वेत हैं। महागौरी की चार भुजाएँ हैं। इनका वाहन वृषभ है। इनके ऊपर के दाहिने हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले दाहिने हाथ में त्रिशूल है। ऊपरवाले बाएँ हाथ में डमरू और नीचे के बाएँ हाथ में वर-मुद्रा हैं। इनकी मुद्रा अत्यंत शांत है। यही महागौरी देवताओं की प्रार्थना पर हिमालय की श्रृंखला मे शाकंभरी के नाम से प्रकट हुई थी। पूजा में ताराचंद सिंगी घेवेरचंद सिंगी, संजय सिंगी,संजीव जी सेठिया, छत्र सिह बैद निर्मल बैद, कांता सिंगी, बबिता सिंगी, जतन सिंगी, राजा जी, श्रुति शर्मा, राजश्री सिंगी, रुक्मणि देवी, व पधारे भक्त गण ने आरती में सम्मिलित होते हुए अखंड ज्योत के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।