जिला कारागृह में अपराधी सुधार दिवस आयोजित, बंदियों को नवजीवन के लिए किया प्रोत्साहित
चूरू। जिला प्रशासन तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से समाज कल्याण सप्ताह 2023 के अन्तर्गत मंगलवार को जिला कारागृह में अपराधी सुधार दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविन्द ओला ने बन्दियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भूल करना आदमी का स्वभाव है। किन्तु यदि आदमी अपनी भूलों के लिए पछतावा करता है और पुनः भूल न करने का संकल्प लेता है, तो वह एक श्रेष्ठ इन्सान बन सकता है।
उन्होंने कहा कि यहां जेल में पुस्तकालय की स्थापना होने से आपकी सुविधा हेतु अच्छी पुस्तकें उपलब्ध हैं। रूचिपूर्वक अच्छी पुस्तकें पढ़कर सांसारिक ज्ञान को बढ़ायें और जीवन मूल्यों की शिक्षा प्राप्त करें। इससे चित्त को असीम शान्ति और सुख मिलता है और संतुष्टि का भाव आता है।
विशिष्ट अतिथि जिला साक्षरता अधिकारी ओमप्रकाश फगेड़िया ने कहा कि अशिक्षा ही सभी बुराइयों की जड़ है। शिक्षित व्यक्ति अपना हित-अहित समझता है और वह जल्दी से ठगा नहीं जाता है। इसलिए इच्छुक असाक्षर बंदी कारागृह में संचालित साक्षरता की कक्षा में सम्मिलित होकर साक्षर बन सकते हैं।
इस अवसर पर बन्दियों ने शिक्षाविद ओमप्रकाश तंवर द्वारा लिखित लघु नाटिका बर्बादी का नाम है नशा का मंचन कर शराब और दूसरे नशीले पदाथोर्ं के सेवन से घर-परिवार और व्यक्ति को होने वाले नुकसान की ओर उपस्थित बन्दियों का ध्यान आकर्षित किया एवं किसी भी प्रकार का नशा न करने का संदेश दिया।
जेलर कैलाशसिंह शेखावत ने अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से बन्दियों को अच्छी बातें सीखने को मिलती है और उनके व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आता है। इस अवसर पर नसिर्ंग ऑफिसर बाबूलाल मीणा, मुख्य प्रहरी सुरेश कुमार, महेन्द्रसिंह, प्रहरी नरेश कस्वा, कमलेश महेन्द्र डूडी, नरोतम सरला और लक्ष्मी उपस्थित थे।