गाय सभी की पालन कर्ता है – साध्वी कपिला दीदी

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श्रीलक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ में संतो व यजमानों ने दी आहूतिया, महायज्ञ की 108 परिक्रमा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है , देशभर के संतो का मिल रहा है सानिध्य

सीकर। शहर के रामलीला मैदान में चल रहे श्रीलक्ष्मी गौपुष्टि महायज्ञ में शुक्रवार को अनेक स्थानों से आये संतो का सानिध्य मिला। संतो ने गौ पुष्टि महायज्ञ में श्रीसुक्त कनकधारा स्त्रोत व वैदिक गौ मंत्रों से एक लाख आहूतियां देकर जनकल्याण का संदेश दिया। संत रतिनाथ महाराज व रामजी बापू की स्मृति व श्री करणी गोपाल गौ धाम पालवास के पीठाधीश्वर चन्द्रमादास महाराज सानिध्य में चल रहे इस नौ कुण्डिय श्री लक्ष्मीगोपुस्टि महायज्ञ में हर दिन वैदिक मंत्रों के साथ हवन किया जा रहा है। आयोजन समिति के सह संयोजक हनुमान सिंह पालवास ने बताया कि इस दौरान गौसेवक साध्वी कपिला दीदी ने गौ कथा वाचन में कहा कि गाय पूरे विश्व की पालन कर्ता है जैसे माँ अपने बच्चो का हर संकट से बचा कर पालन करती है वैसे ही गोमाता भी प्राणिमात्र का कल्याण करती है उन्होंने गाय के दूध व घी की महत्वता भी बताई।

उन्होंने कहा कि गौपुष्टि महायज्ञ में पहली बार गाय माता के घी के साथ ही हवन में आहूति दी जा रही है। गौ कथा में रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य जी महाराज, नवल बाईसा, गोभक्त प्रकाश महाराज,मौनी बाबा, अरुण कृश्णाचार्य, माधवदास, अमरदास, जानकीशरण, भगवानदास, रघुनंदनदास, अनन्तदास, कल्याणदास, रामदास, काशीनाथ महाराज का सानिध्य मिला। कथा के दौरान उस्थित सन्तो, गोभक्तो व गोशाला संचालको का स्वागत दुपटा उढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर आयोजन समिति व सन्तो द्वारा किया जाता है राजस्थान व अन्य राज्यों सहित सीकर जिले के आस-पास से हजारों लोगों व महिलाओं ने गौ कथा का श्रवण किया।
आयोजन समिति के रतन लाल शर्मा ने बताया कि गौपुष्टि महायज्ञ शेखावाटी के तीनों जिलों के अलावा अन्य राज्यो व उत्तरप्रदेश के अयोध्या सहित कई स्थानों से भक्त पहुंच रहे हैं आयोजन में नेपाल काठमांडू के आचार्य मुकुन्द शास्त्री व हरिद्वार के ब्रदी विशाल शास्त्री यज्ञाचार्य है। गौपुष्टि महायज्ञ में अखण्ड हरिनाम सँकीर्तन, अखण्ड रामायण पाठ,स्वालक्ष्य महामृत्युंजय जप व 11 हजार रुद्राक्ष पूजन, भागवत पारायण पाठ व जीवंत गौ माता की सेवा नित्य चल रही है।

महाराजश्री ने बताया की यज्ञशाला की 108 व गाय की परिक्रमा करने एवं सन्तो के दर्शन से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया की महायज्ञ में अभिमन्त्रित रुद्राक्ष जो कष्ट व पीड़ा दूर कर आपकी मनोकामना पूर्ण करंगे सभी भक्तों को कूपन व्यवस्था से वितरण किये जायँगे उसके कूपन सभी भक्त कार्यालय से प्राप्त करे।।

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