चूरू । अनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के तहत मंगलवार को स्कूलों, चिकित्सा संस्थानों तथा आंगनबाडी केंद्रों पर शक्ति दिवस मनाया गया। इस दौरान चिकित्सा अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केन्द्र व चिकित्सा संस्थान का निरीक्षण भी किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज शर्मा ने बताया कि अनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत आयोजित शक्ति दिवस पर आंगनबाडी केंद्रों, चिकित्सा संस्थान तथा स्कूलों में किशोर-किशोरियों, बच्चों तथा महिलाओं व गर्भवती व धात्री महिलाओं को मंगलवार को अनीमिया के बारे में जानकारी दी गई । स्कूलों व चिकित्सा संस्थान तथा आंगनबाडी केंद्रों पर अनीमिया मुक्त की दवा दी गई।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहसान गौरी ने बताया कि छह माह से 59 माह तक के बच्चों, पांच से नौ वर्ष तक के विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चों, 10 से 19 साल तक की विद्यालय नहीं जाने वाली सभी किशोरी बालिकाओं तथा 20 से 24 साल की विवाहित महिलाओं, गर्भवती व धात्री माताओं को आंगनबाडी केंद्र पर आशा सहयोगिनी द्वारा मोबिलाइज किया गया।
उन्होंने बताया कि आशा द्वारा 6 से 59 माह तक के बच्चों को 1 एमएम आईएफए सिरप पिलाई गई व पांच से नौ साल के विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चों को आईएफए की गुलाबी गोली खिलाई गई, ताकि उनके शरीर में खून की कमी नहीं हो। वहीं 10 से 19 साल की विद्यालय नहीं जाने वाली सभी किशोरी बालिकाओं को आईएफए की नीली गोली खिलाई गई । इस दौरान अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहसान गौरी, सहायक सांख्यिकी अधिकारी मुकुल शर्मा ने सीएचसी रतन नगर व पीएचसी सहजूसर का निरीक्षण किया।