शिविर में उद्योग विभाग की योजनाओं की दी जानकारी, मौके पर ही करवाए आवेदन, वक्ताओं ने कहा -विकास में सभी वर्गों की हो भागीदारी
चूरू। मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीआर मीणा ने कहा है कि राज्य सरकार लोक कल्याणकारी भावना एवं कमजोर तबके के लोगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी सोच के साथ राजस्थान में अनेक लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है।
सीईओ पीआर मीणा बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित पेंशनर समाज कल्याण भवन में आयोजित डॉ. बी आर अंबेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना शिविर में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उपस्थित अतिथियों से कहा कि विकास में सभी वर्गों की भागीदारी हो, कमजोर वर्ग को प्राथमिकता के साथ मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास किए जाएं। इस दिशा में हमें नीतियों एवं योजनाओं की संपूर्ण जानकारी आमजन तक पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि हमें जिले में उद्यम प्रोत्साहन एवं कमजोर वर्ग के लोगों को आत्मनिर्भर तथा आर्थिक रूप से सम्बल बनाने के लक्ष्य के साथ उन्हें औद्योगिक विकास की संभावनाओं की जानकारी देनी चाहिए। विभिन्न योजनाओं में समाज के लोगों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी हो, इस दिशा में प्रयास करने के लिए आमजन में आत्मविश्वास उत्पन्न करें। योजनाओं का लाभ एवं बैंकों से ऋण सुविधा मुहैया होने से तरक्की के सुलभ अवसर मिलते हैं तथा औद्योगिक विस्तार के नए विचार उत्पन्न होते हैं।मीणा ने उपस्थित जनों से कहा कि अपने औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए हमें सर्वप्रथम व्यवसाय की प्रकृति, तकनीकी ज्ञान, बाजार, ट्रेंड, सप्लाई चौन एवं डिमांड का ज्ञान होना अति आवश्यक है। इसके लिए हमें गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण एवं कार्य योजना के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने उपस्थित उद्यमियों से कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं एवं नए क्षेत्र में प्रवेश कर नए वातावरण का आनंद लें। इसके लिए अधिकारियों से अपेक्षित सहयोग मिलेगा। इस अवसर पर सुरेंद्र बाकोलिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला, रोजगार अधिकारी वर्षा जानू, कृषि उपनिदेशक अजीत सिंह, एलडीएम अमरसिंह सहित मंचस्थ अतिथियों ने डॉ बी आर अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर शिविर का विधिवत शुभारम्भ किया। उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
लाभार्थी को दिया ऋण स्वीकृति पत्र
अतिथियों ने मौके पर ही योजनान्तर्गत जिले में प्रथम लाभान्वित व्यक्ति राजलदेसर निवासी रामनिवास को सीमेंट आर्टिकल उद्योग के लिए 23 लाख रुपए का ऋण स्वीकृृति पत्र प्रदान किया। इसके अतिरिक्त सोहनलाल, विकास आसेरी, शंकरलाल रैगर व पन्नालाल को भी योजनान्तर्गत लाभान्वित किया गया। एलडीएम अमर सिंह ने उपस्थित जनों से संवाद करते हुए आमजन को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तथा योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए बैंकों की भूमिका एवं योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने उपस्थित जनों से उनके समक्ष उत्पन्न होने वाली समस्याओं की जानकारी ली तथा उनके निस्तारण की प्रक्रिया से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सरकार की समस्त योजनाओं की जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग एवं सम्बंधित विभाग, सोशल मीडिया, अखबार तथा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आदि के जरिए हमें आसानी से उपलब्ध हो पाती है। इसलिए हमें संपूर्ण जानकारी एवं पूर्ण तैयारी के साथ योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।
आत्मनिर्भर बनाने में बैंकों का सहयोग अपेक्षित
पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ निरंजन चिरानियां ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन एवं आमजन को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बैंकों का सहयोग अपेक्षित है। पारंपरिक कला से जुड़े लोगों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पारंपरिक ज्ञान व अनुभव से वर्तमान ज्ञान को जोड़कर के योजनाओं से लाभ कमाना आसान होता है। हमें पारम्परिक उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने चाहिए। इस दिशा में स्वयं रुचि लेकर एवं संपूर्ण दस्तावेजों के साथ जानकारी प्राप्त कर योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।दलित चेम्बर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज (डिक्की), जयपुर के जिला समन्वयक अभिषेक द्वारा दलित एवं आदिवासी समुदाय के लोगों को उद्यमी बनाने के लिए वीडियो फुटेज के माध्यम से लघु उद्योग शुरू करने के लिए फंड और सरकारी ऋण संबंधी योजनाओं की जानकारी दी गई। उद्योग महाप्रबंधक नानूराम गहनोलिया ने उपस्थित सभी का स्वागत एवं आभार प्रकट किया तथा विभाग की ओर से चलने वाली योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। संचालन उद्योग विभाग की सहायक निदेशक उजाला भांभू ने किया। इस अवसर पर बैंक प्रतिनिधि सुमेश पोटलिया, मनोहरलाल मीणा, सुरेश कुमार वुरानिया, अमनदीप सिंह मीणा, रामदयाल विश्नोई, मंजु लैकरा, सत्यवीर सिंह बागोत, कृृपानन्द बालाण, प्रकाशचन्द मेघवाल, प्यारेलाल मेघवाल, पन्नालाल सहित अनेक युवा उद्यमी, अधिकारी एवं नागरिकगण मौजूद रहे।