चुरू। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा लगातार वादा खिलाफी के चलते आक्रोशित किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। बडी संख्या में आए किसानों ने जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग के नेतृत्व में एसडीएम राहुल सैनी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन चूरू के जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने बताया कि केंद्र सरकार आन्दोलन का मोर्चा उठाने के बाद लगातार वादा खिलाफी कर रही है। सिहाग ने बताया कि 9 दिसम्बर 2021 को कृषि कल्याण मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल की संयुक्त किसान मोर्चा के नाम लिखी चिट्ठी में अनेक मांगो को स्वीकार कर आन्दोलन स्थगित करने का उल्लेख किया था ।सिहाग ने बताया कि चिट्ठी में वादा था कि किसानों को एमएसपी पर कानून बनाने के लिए कमेटी व आन्दोलन के दौरान दर्ज तमाम मुकदमें वापस लेने व राज्य सरकार व रेल रोको कार्यक्रम के अन्तर्गत दर्ज मुकदमों को वापस लेने की घोषणा की गई थी, जो आज तक एक भी वापस नहीं लिया गया है। आन्दोलन के दौरान शहीद किसानों के परिजनों को मुवाअजा देने की घोषणा का कोई औपचारिक निर्णय नहीं हुआ है। लखीमपुर खीरी में एस आई टी रिपोर्ट में षडयंत्र रचने के ज़ुर्म में अजय मिश्रा टैनी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस प्रकार किसानों के अनेक ऐसे मुद्दे हैं जिस पर केन्द्र सरकार ने आज तक कोई कार्यवाही न कर वादा खिलाफी की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति के माध्यम से केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक एमएसपी पर कानून बनाने की गारंटी सप्ताह का आयोजन किया जायेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदर्शन में किसान सभा व संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य इन्द्राज सिह, रणसिंह, रामकुमार, कानाराम, दीपचन्द, हरचन्द, महेन्द्र, प्रताप, ओमप्रकाश, धर्मचन्द सहित अनेक किसान उपस्थित थे।