चूरू। राजस्थान पुलिस की ओर से गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश एवं पुनर्वास के लिए 15 मार्च से 15 अप्रैल तक विशेष अभियान मिलाप-तृतीय चलाया जाएगा।इस संबंध में गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में अभियान के प्रभारी एएसपी देवानंद ने कहा कि अभियान से जुड़े सभी लोग आपसी समन्वय के साथ इस प्रकार से कार्य करें कि अभियान अपनी मंशा में सफल हो। उन्होंने कहा कि अपने-अपने इलाकों में गुमशुदा बच्चों को चिन्हित कर एक डायरेक्ट्री तैयार करें और गुमशुदा बच्चों के विवरण ट्रेक द मिसिंग चाइल्ड वेब पोर्टल पर अपलोड करें। अपने-अपने क्षेत्र में शेल्टर होम, गैर पंजीकृत चिल्ड्रन होम, स्पेशल होम, गुरुकुल आश्रम तथा सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं में जाकर उनमें रह रहे समस्त नाबालिग बालकों का डेटाबेस मय फोटो लिया जाकर पोर्टल पर अपलोड किया जाए तथा उनके माता-पिता से मिलवाया जाकर उनके पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी बाल कल्याण अधिकारी इस अभियान को सफल बनाने में प्रभावी भूमिका निभाएं तथा सभी विभागों, एनजीओ आदि से सहयोग लें। उन्होंने कहा कि अभियान को गंभीरता से लें और प्रभावी मॉनीटरिंग करते हुए कार्यवाही करें। एएचटीयू प्रभारी अल्का ने बताया कि प्रत्येक थाना क्षेत्र पर बाल कल्याण अधिकारी नियुक्त किया गया है। गुमशुदा नाबालिग बालकों की तलाश के लिए प्रत्येक थानाधिकारी को टीम गठन के लिए कहा गया है। इस दौरान बालक और कुमार श्रम प्रतिषेध एवं निमियमन अधिनियम 1986, संशोधित अधिनियम 2016 तथा अन्य संबंधित कानूनों की विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान सभी थानों के बाल कल्याण अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।