यदि हमारी सोच संकीर्ण, तो हमारी रचनात्मकता एक ढकोसला : कुमार अजय

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राजकीय गोइन्का उमावि में सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन, एनएसएस स्वयंसेवकों ने की विभिन्न गतिविधियां

चूरू। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय गोइन्का उमावि में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन मंगलवार को हुआ।
इस मौके पर आयोजित समापन समारोह को संबोधित करते हुए डीईओ सांवर मल गहनोलिया ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक एक बेहतर नागरिक बनकर बेहतर समाज व सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों ने एनएसएस में सेवा का जो संकल्प लिया है, वह उनके जीवन में और उनके व्यवहार में दिखना चाहिए। सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने कहा कि युवाओं की रचनात्मकता ही समाज को गति प्रदान करती है। युवा रचनात्मक बनें और जाति, धर्म समेत किसी भी प्रकार की संकीर्णता को अपने दिलो-दिमाग में नहीं रखें। उन्होंने कहा कि यदि हमारी सोच जाति और धर्म जैसी संकीर्णता से प्रभावित है तो फिर हमारी रचनात्मकता और देश सेवा एक ढकोसला है। उन्होेंने बच्चों से कहा कि अपना एक लक्ष्य बनाकर उसके लिए काम करें तथा अपने व्यक्तित्व निर्माण व समाज की बेहतरी के लिए समय निकालें, दूसरों की मदद को अपनी आदत बनाएं। एसीबीईओ खालिद तुगलक ने एनएसएस के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सामाजिक सरोकार की दिशा में इन स्वयंसेवकों का कार्य बहुत महत्त्वपूर्ण है। कार्यक्रम अधिकारी हवासिंह ने कहा कि युवाओं को अपने भीतर अच्छी आदतों का विकास करना चाहिए। स्वच्छता जैसी गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छी आदतें किसी अवसर की मोहताज नहीं होनी चाहिए। स्कूल प्रधानाचार्य कासम अली ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे कड़ी मेहनत कर सफलता के आयाम छूएं और तमाम गतिविधियों के साथ समय का प्रबंधन इस प्रकार करें कि पढाई पीछे नहीं छूट जाए। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी शीशराम कालेर ने सात दिवसीय शिविर में हुई गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान जीवण राम सैनी, सुलोचना सिहाग, सुधीर कुमार रक्षक, कुलदीप सिंह राव, रामकिशन कस्वां, मोहम्मद मोहसिन, प्रताप सिंह नाथावत सहित शाला परिवार के सदस्यगण मौजूद थे। संचालन हरिओम दत्त शर्मा ने किया।

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