नशा बनता है तबाही का कारण, पहली बार में ही इसे नकारें युवाः सिद्धार्थ सिहाग

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संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन की पहल पर नशामुक्ति अभियान मिशन अगेंस्ट नारकोटिक्स सब्सटेंस एब्यूज (मंशा) का शुभारंभ

चूरू। संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन की पहल पर शुरू हुए नशामुक्ति अभियान ‘मिशन अगेंस्ट नारकोटिक्स सब्सटेंस एब्यूज’ (मंशा) का आगाज सोमवार को राजकीय लोहिया महाविद्यालय में हुए जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह एवं सेेमीनार के साथ हुआ। इस दौरान जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग, एसपी दिगंत आनंद सहित अतिथियों ने अभियान के पोस्टर व लोगो का विमोचन किया। सेमीनार में नशे के विभिन्न पहलुओं पर मंथन कर एक नशामुक्त एवं स्वस्थ समाज की स्थापना पर बल दिया गया।
इस मौके पर संबोधित करते हुए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि समाज में हम सभी देखते आए हैं कि नशे के कारण अनेक प्रतिभा संपन्न व्यक्ति और अच्छे-अच्छे परिवार तबाह हो जाते हैं। नशा अनेक अपराधों और बुराइयों का जनक है। युवाओं को पहली बार में ही नशे को नकार देना चाहिए, वरना बाद में यह मुसीबत का कारण बन जाता है। उन्होंने कहा कि यदि हमारे आसपास कोई व्यक्ति नशे की समस्या से जूझ रहा है तो हमें उससे उबरने में उसका सपोर्ट करना चाहिए। कोई मादक पदार्थों का अवैध व्यापार कर रहा है तो उसकी सूचना पुलिस एवं प्रशासन को दें। उन्होंने कहा कि चूरू जिले में नारकोटिक्स पदार्थों का आमतौर पर प्रचलन नहीं है लेकिन फिर भी हमें बहुत सजग रहने की जरूरत है।पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने नशे के आपराधिक पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है और यूएनओ ने भी इसे बेहद गंभीरता से लिया है। नशा करने वालों में यह प्रवृत्ति होती है कि हम किसी दूसरे को पीड़ित नहीं कर रहे हैं, जो कि गलत है। नशे का पीड़ित पूरा समाज है और हम बतौर समाज ही समाज को इस बुराई से बचाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं।एसीईओ धीरज कुमार सिंह ने बताया कि मादक पदार्थों के अवैध व्यापार एवं नशामुक्ति अभियान से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 01562 252023 तथा वॉट्सएप नंबर 9530419652 पर संपर्क किया जा सकता है।
मुख्य वक्ता मेडिकल कॉलेज में साईकेट्री एंड एडिक्शन डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ अजिताभ सोनी ने नशे के विभिन्न पहलुओं, नशे की समस्या के लक्षणों, दुष्प्रभावों और उपचार पर चर्चा करते हुए कहा कि इस मामले में बचाव सबसे बेहतर इलाज है। नशे की स्वीकार्यता सबसे खतरनाक होती है क्योंकि इससे नशीले पदार्थों की उपलब्धता सामान्य हो जाती है। एडिशनल एसपी राजेंद्र मीणा ने नशे से जुड़े कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला। एडिशनल सीएमएचओ डॉ बीएल सर्वा ने राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जानकारी दी। एडीएम लोकेश गौतम ने आभार जताया। इससे पूर्व प्राचार्य दिलीप पूनिया ने अतिथियों का स्वागत किया।इस दौरान सीईओ रामनिवास जाट, एसीईओ धीरज कुमार सिंह आईएएस, एसडीएम राहुल सैनी, तहसीलदार धीरज झाझड़िया, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, आईईसी कॉर्डिनेटर रतन सिंह, लोहिया कॉलेज की डॉ मंजु शर्मा, रवींद्र बुडानिया, बीसीएमओ डॉ जगदीश भाटी, कॉलेज उप प्राचार्य महावीर सिंह, डॉ केसी सोनी, प्रो. सुरेश कुमार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कॉलेज शिक्षक, एनएसएस एवं एनसीसी कैडेट, विद्यार्थी आदि मौजूद थे। संचालन सह आचार्य शांतनु डाबी ने किया।

समारोह के दौरान जिला कलक्टर एवं अतिथियों ने चित्रकार मुकुल भाटी द्वारा तैयार किए गए अभियान के लोगो तथा राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में प्रकाशित अभियान के पोस्टर का विमोचन किया तथा वाहन पर अभियान का स्टीकर लगाया। इस दौरान एनएसएस कैडेट्स ने रंगोली बनाकर नशे के खिलाफ जागरुक किया।

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