चूरू। आधुनिक चूरू की नींव की ईंट कहे जाने वाले महान समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, मानवतावाद के पुरोधा तथा सर्वहितकारिणी सभा के संस्थापक स्वामी गोपालदास की 84वीं पुण्यतिथि पर सोमवार 09 जनवरी को प्रातः 11 बजे गढ़ के आगे स्थित स्वामी गोपालदास पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।श्रद्धांजलि सभा के दौरान स्वामी जी के कृतित्व के बारे में प्रबुद्धजनों का विवेचन होगा।कार्यक्रम संयोजक दलीप सरावग ने बताया कि श्रद्धांजलि सभा राजस्थान सरकार द्वारा जारी नवीनतम कोरोना गाइडलाइन की पूर्ण पालना के साथ आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम में कोविड वैक्सीन की दौनों डॉज लगे व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क आदि कोविड प्रोटोकॉल्स की कडाई के साथ पालना आवश्यक होगी।कार्यक्रम के दौरान अधिकतम एक सौ व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी।
दिया जाएगा वर्ष 2022 का स्वागी गोपालदास पुरस्कार
संयोजक दलीप सरावग ने बताया कि इस अवसर पर वंचितों के सामाजिक उत्थान को समर्पित श्रद्धेय रावतराम आर्य को (मरणोपरांत) चूरू रत्न कहे जाने वाले प्रतिष्ठित स्वामी गोपालदास पुरस्कार—2022 प्रदान किया जाएगा। स्वर्गीय रावतराम आर्य के परिजन पुरस्कार ग्रहण करेंगे। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय रावतराम आर्य चूरू जिले के प्रथम जिला प्रमुख रहे थे। श्री आर्य बिना आरक्षण के भारत में प्रथम दलित जिला प्रमुख बने थे। वर्तमान में उनकी पौत्र वधु वंदना आर्य चूरू की जिला प्रमुख है।आपको बता दें कि चूरू जिले का प्रतिष्ठित संत गोपालदास पुरस्कार वर्ष 2019 में इतिहासकार गोविंद अग्रवाल को, वर्ष 2020 के लिए स्वतंत्रता सेनानी चंदनमल बहड़ को तथा वर्ष 2021 के लिए शिक्षाविद डॉ घासीराम वर्मा को प्रदान किया गया था।