चूरू के किसान नेता रामरतन सिहाग ने सिंधु बोर्डर पर किसानों को किया सम्बोधित
चूरू। केन्द्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद, पिछले 380 दिनों से जारी किसान आंदोलन को वापस लेने को लेकर, सिंधु बोर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक का आयोजन गुरूवार को किया गया। बैठक में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी बनाने, व आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए गए मुकदमों को वापस लेने के साथ ही, आंदोलन के दौरान शहीद हुए 700 से अधिक किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग सरकार द्वारा मान लिए जाने पर विस्तार से चर्चा की गई।सिंघु बोर्डर पर आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक में किसान मोर्चा चूरू के जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग के नेतृत्व में अनेक किसानों ने भाग लिया । संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक को अनेक किसान नेताओं ने सम्बोधित किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए चूरू के किसान नेता राम रतन सिहाग ने कहा कि सरकार ने किसानों के एक साल से अधिक समय को बर्बाद करने के पश्चात तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया है। जिससे किसानों को जन,धन व कृषि के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्षति हुई है ।इतने लम्बे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार को घुटनों के बल पर लाने व अपनी सम्पूर्ण माँगो को पुरा करवाने की किसानों की आज तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत हुई है। किसानो के इस आन्दोलन को विश्व स्तरीय सहयोग मिलने से ये आन्दोलन विश्व का जन आन्दोलन बन गया। उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर आज किसानों ने लाखों की संख्या में मीटिंग में भाग लिया। और एस के एम के आन्दोलन वापस लेने की घोषणा के बाद अब 11 तारीख से किसानों की जत्थेबंदिया, ट्रैक्टर व ट्रक में सामान लादकर अपने घरों की और रवाना होंगें ।इस अवसर पर बडी संख्या में किसान उपस्थित थे।