जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा, पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा, प्रधान दीपचंद राहड़, सीईओ रामनिवास जाट ने दूधवा मीठा के शिविर में शिरकत कर किया ग्रामीणों से संवाद, बांटे पट्टे
चूरू। गांव रामपुरा बास के चिमनाराम लंबे अरसे से जिस मकान में रह रहे हैं, पहले कई बार कोशिश करने के बावजूद उसका पट्टा नहीं बन पाया था। प्रशासन गांवों के संग अभियान अंतर्गत मंगलवार को ग्राम पंचायत मुख्यालय दूधवा मीठा में लगे शिविर में जब जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा और पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा ने चिमनाराम को पट्टा प्रदान किया तो वह खुशी से भाव-विभोर हो गया।
चिमनाराम ने बताया कि जब उसने शिविर के बारे में सुना तो उसने ग्राम में पट्टे के लिए आवेदन किया और ग्राम पंचायत की संवेदनशीलता से उसे शिविर में ही पट्टा मिल गया। पट्टे के रूप में मिले मालिकाना हक से ऋण व सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। शिविर में करीब 50 ग्रामीणों को पट्टे वितरित किए गए। जिला कलक्टर ने ग्रामीणों को पट्टे, जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना की स्वीकृतियां वितरित कीं। इससे पूर्व जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा, सीईओ रामनिवास जाट, पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा एवं प्रधान दीपचंद राहड़ ने शिविर में विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए काउंटरों का अवलोकन किया तथा अधिकारियों, कर्मचारियों से शिविर में दी जा रही सेवाओं के बारे में पूछताछ की। जिला कलक्टर ने सरपंच रणवीर स्योराण से कहा कि अधिक से अधिक पात्र ग्रामीणों के रोडवेज की रियायती व निःशुल्क यात्रा के पास बनवाएं तथा ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाएं। उन्होंने सहकारी बैंक के एमडी से नए सदस्य बनाने, पूर्व के सदस्यों को समुचित ऋण उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए तथा सानिवि सहायक अभियंता राजेश चौधरी से कहा कि पेंचवर्क कार्यों की सूचना एसडीएम तथा जनप्रतिनिधियों को दें। कलक्टर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे शिक्षा विभाग से संपर्क कर सभी पात्रों को पालनहार योजना का लाभ दें। जिला कलक्टर ने ग्रामीणों से संवाद करते हुए विभिन्न योजनाओं एवं अभियान के लिए दी गई शिथिलताओं व नवाचार की जानकारी दी और ग्रामीणों से कहा कि वे जागरुक होकर शिविरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। पूर्व प्रधान रणजीत सातड़ा ने ग्राम पंचायत भवन के लिए भूमि आवंटन हेतु जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा की संवेदनशीलता व तत्परता की सराहना की और गांव में सघन आबादी विस्तार तथा खेल मैदान के लिए भूमि आवंटन का अनुरोध किया, जिस पर जिला कलक्टर ने एसडीएम, तहसीलदार व विकास अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। सातड़ा ने विशेष प्रयास से दूधवा मीठा के स्कूल क्रमोन्नति के लिए पूर्व मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल को याद किया और ग्रामीणों से कहा कि जागरुक होकर शिविरों का लाभ लें और राज्य सरकार की इस खास पहल को सार्थक साबित करें। उप प्रमुख महेंद्र सिंह न्यौल, प्रधान दीपचंद राहड़ ने भी ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि शिविरों की सार्थकता इसी बात में निहित है कि अधिक से अधिक लोगों को इनका लाभ मिले। शिविर प्रभारी एसडीएम राहुल सैनी ने शिविर में किए गए कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान तहसीलदार पृथ्वीसिंह मौर्य, विकास अधिकारी आनंद शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, सरपंच रणवीर स्योराण, शेर खां मलकाण, असलम खोखर, विकास मील, दयाराम कस्वां दूधवाखारा, रामनिवास कड़वासरा आसलखेड़ी, संजय दर्जी घांघू, जितेंद्र बाबल, बीसीएमओ डॉ जगदीश भाटी, आयुर्वेद उपनिदेशक अनिल मिश्रा, आईसीडीएस उपनिदेशक सीमा सोनगरा आदि मौजूद रहे।।