मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आतिथ्य में विश्व युवा कौशल दिवस पर हुए कार्यक्रम में तारानगर की योगिता दाधीच और सुजानगढ़ की प्रीति सोनवाल सम्मानित,
चूरू। विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आतिथ्य में हुए वर्चुअल कार्यक्रम में जिला स्किल आईकन तारानगर की योगिता दाधीच एवं ब्रांड एंबेसडर सुजानगढ़ की प्रीति सोनवाल को सम्मानित किया गया।
जिला मुख्यालय स्थित राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने योगिता व प्रीति को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस दौरान सीईओ सत्तार खान, आरएसएलडीसी के अमित रील, आईटीआई प्रिंसिपल बाल किशन भाटी, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय भी मौजूद थे। इस दौरान जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने योगिता व प्रीति से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें अन्य युवाओं को मोटीवेट करना चाहिए ताकि वे भी ट्रेनिंग लेकर आत्मनिर्भर एवं सक्षम बन सकें। योगिता दाधीच ने बताया कि बारहवीं के बाद उसकी पढाई छूट गई थी और उसे एकबारगी उसे लगा कि उसका कोई कैरियर नहीं बन पाएगा लेकिन जब उसे आरएसएलडीसी और जीआरएनटीएसएस की ओर से तारानगर में करवाए जा रहे प्रशिक्षणों के बारे में पता चला तो उसने वहां ब्यूटीशियन का कोर्स किया। जैसे ही उसका पाठ्यक्रम पूरा हुआ, जॉब के ऑफर मिले और आज तारानगर के ब्यूटी पार्लर में जॉब कर रही हूं। मुझे 13 हजार 200 रुपए मासिक मिल रहे हैं। उसने आरएसएलडीसी को धन्यवाद देते हुए कहा कि निगम की वजह से आज सक्षम हूं और बेहतर भविष्य का सपना आंखों में है। इसी प्रकार सुजानगढ़ की प्रीति सोनीवाल ने बताया कि उसने वर्ष 2012-14 में रतनगढ़ से आईटीआई किया था और अब वह इसरो में कार्यरत है और उसे 28 हजार रुपए मासिक मिल रहे हैं।
युवाओं ने मनवाया दुनिया में लोहा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि किसी भी देश और प्रदेश की तरक्की उसकी युवा शक्ति के कौशल और दक्षता पर निर्भर करती है। हमारे युवाओं ने पूरी दुनिया में अपनी योग्यता का लोहा मनवाया है। राज्य सरकार तकनीक एवं नवाचारों के साथ युवाओं को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप विभिन्न विधाओं में दक्ष बनाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। प्रदेश में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए कई संस्थानों की स्थापना के साथ ही महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।।
आज का समय स्वावलंबी बनने का
मुख्यमंत्री ने युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का समय स्वरोजगार से जुड़ने और स्वावलम्बी बनने का है। प्रदेश के युवा अपनी इच्छा और क्षमता के अनुरूप कौशल विकास करते हुए आगे बढ़ें। राज्य सरकार उन्हें प्रोत्साहन देने में कोई कमी नहीं रखेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए नामी कम्पनियों के साथ सम्पर्क स्थापित किया जाए। बाजार की मांग के अनुसार अच्छे कोर्स तैयार कर युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए।
उच्च शिक्षा विभाग भी कर रहा इस दिशा में प्रयास
चूरू जिला प्रभारी मंत्री एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग भी युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए वोकेशनल कॉर्सेज, कौशल प्रशिक्षण सहित अन्य कार्यक्रमों के संचालन पर विशेष जोर दे रहा है। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग के शासन सचिव नीरज के पवन ने स्वागत उद्बोधन देते हुए विभाग की उपलब्धियों, योजनाओं एवं अन्य गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राज्य में ग्रामीण स्तर तक कौशल विकास गतिविधियां संचालित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना में करीब 4000 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है तथा इस वर्ष के लिए 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि विभिन्न योजनाओं में अब तक 4 लाख 65 हजार से अधिक युवाओं का प्रशिक्षित किया गया है।।
ये भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में श्रम मंत्री टीकाराम जूली, खेल एवं युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव वित्त अखिल अरोरा, आयुक्त कॉलेज शिक्षा संदेश नायक, आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेशक प्रदीप के गावन्डे, अतिरिक्त आयुक्त श्रम पतंजलि भू, निदेशक आईटीआई एनके गुप्ता, निदेशक रोजगार महेश शर्मा आदि भी मौजूद थे।