‘मेरा गांव-मेरी जिम्मेदारी’ को लेकर जिला कलक्टर की जोरदार पहल, जनप्रतिनिधियों से वीसी के जरिए सीधा संवाद कर दी जिम्मेदारी, कहा- हम सब मिलकर ही कर सकेंगे कोरोना का मुकाबला, जिला प्रमुख वंदना आर्य, प्रधान दीपचंद राहड़ सहित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने की शिरकत
चूरू। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने मंगलवार को एक जोरदार पहल करते हुए कोविड-19 प्रबंधन के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीधा संवाद किया। जिला प्रमुख वंदना आर्य सहित विभिन्न प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य एवं ग्राम पंचायत सरपंच इस वीसी से जुड़े एवं जिला कलक्टर सहित अधिकारियों से ‘मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी’ तथा कोरोना प्रबंधन पर विचार-विमर्श किया।
इस दौरान जिला कलक्टर ने जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में कोरोना की स्थिति, प्रबंधन और आगामी रणनीति को लेकर फीडबैक लिया। जनप्रतिनिधियों ने इस बारे में चर्चा करते हुए अपने सुझाव दिए। जिला प्रमुख वंदना आर्य ने इस मौके पर कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर ने गांवों को खासतौर पर प्रभावित किया और जो गांव पहली लहर में सुरक्षित दिख रहे थे, वे ही दूसरी लहर में संक्रमण के घेरे में आने लगे। ऎसे समय में ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों ने शासन-प्रशासन के साथ मिलकर अच्छा मैनेजमेंट किया और गाइडलाइन की पालना की, जिससे अब स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जरूरत इस बात की है कि हम अपनी जिम्मेदारी समझते हुए लोगों को इस तरह से जागरुक करें कि दूसरी लहर एकदम खत्म हो तथा तीसरी लहर में किसी प्रकार का संक्रमण नहीं हो। सुजानगढ़ एडीएम अनिल महला ने अपने क्षेत्र में कोरोना प्रबंधन के लिए की गई कार्यवाही से अवगत करवाया और कहा कि जनप्रतिनिधियों से समुचित सहयोग मिल रहा है। सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा ने वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी दी और कहा कि नीम-हकीमों की सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान एडीएम पीआर मीना, सीईओ सत्तार खान, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, एसडीएम अभिषेक खन्ना, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, एसीएमएचओ डॉ बीएल सर्वा, कार्यवाहक बीडीओ हरिराम माहिचा, एसीपी मनोज गर्वा, डीआरसीएचओ डॉ विश्वास मथुरिया सहित अधिकारीगण मौजूद थे।।
अपनी पंचायतों को ग्रीन केटेगरी में लाएं जनप्रतिनिध
जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि यह सुनिश्चित करें कि ग्रास रूट तक उसी गंभीरता के साथ सोशल डिस्टेंसिंग व कोविड प्रोटोकॉल की पालना की जानी है, जिस गंभीरता से अब तक काम करके कोरोना पर नियंत्रण किया गया है। सभी सरपंच एवं पंच अपनी ग्राम पंचायतों को ग्रीन केटेगरी में लाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महानरेगा में कुछ काम अनुमत किए गए हैं, वे स्वीकृत कराएं और ग्रामीणों को रोजगार दें लेकिन यह भी सुनिश्चित करना है कि कहीं भी गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं हो। ग्रामीणों को रोजगार भी मिले लेकिन कोरोना का संक्रमण भी नहीं फैले।
45 प्लस आयु वर्ग के लिए पर्याप्त सत्र
जिला कलक्टर ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए जिले में पर्याप्त मात्रा में टीकाकरण सेशन आयोजित किए जा रहे हैं। जनप्रतिनिधि अपने-अपने गांव में वंचित लोगों का वैक्सीनेशन करवाएं तथा जिनके प्रथम डोज को पर्याप्त समय हो गया है, उन्हें दूसरा डोज लगवाएं। जिला कलक्टर ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ भामाशाहों की सराहना की और कहा कि सरकार के साथ-साथ भामाशाहों के सहयोग के कारण अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में सक्रिय नीम हकीमों की जानकारी दें ताकि उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति आने पर सरकार की ओर से जो शिथिलता दी गई है, लेकिन इस शिथिलता का मतलब यह नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है।
गांवों में बनेगी जन अनुशासन कमेटी
सीईओ सत्तार खान ने महानरेगा के बारे में जानकारी दी और कहा कृषि कुंड, पौधरोपण, मेड़बंदी, समतलीकरण जैसे कार्य इस प्रकार करवाएं कि ज्यादा श्रमिक एक साथ काम पर नहीं लगें। इसके अलावा गांवों में व्यापारियों को साथ लेकर जन अनुशासन कमेटी का गठन किया जाना है। उन्होंने कहा कि सभी पंचायतों में महानरेगा कार्य राज्य सरकार की गाइडलाइन के साथ शुरू किया जाना सुनिश्चित करें। एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी ने 15वें वित्त आयोग के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायतों को यह राशि प्राप्त करने में दिक्कत नहीं हो तथा 10 जून के बाद कोई प्रकरण पेंडिंग नहीं रहे।
जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
चूरू प्रधान दीपचंद राहड़ ने बताया कि हम चूरू मॉडल पर काम कर रहे हैं, जिसमें प्रत्येक गांव में दो-दो कोरोना योद्धा बनाए जा रहे हैं जो अपने स्तर पर घर-घर जाकर स्केनिंग कर रहे हैं तथा किसी प्रकार के लक्षण आने पर विभाग को सूचित किया जा रहा है। तारानगर प्रधान संजय कस्वां ने क्षेत्र में कोविड प्रबंधन के लिए किए जा रहे कार्य की जानकारी दी और कहा कि ग्रामीणों को संसाधन उपलब्ध करवाए जाने के साथ-साथ जागरुक किया जा रहा है। सुजानगढ़ प्रधान मनभरीदेवी ने कोविड प्रबंधन के बारे में जानकारी दी तथा महानरेगा कार्यों के त्वरित भुगतान की आवश्यकता जाहिर की।
सबको साथ लेकर किया काम
पड़िहारा सरपंच ने बताया कि किस प्रकार उन्होंने गांव में युवाओं, भामाशाहों, सोशल वर्कर को साथ लेकर काम किया। नीमा सरपंच ने निजी कुंड निर्माण का लाभ खेतों के साथ-साथ घरों में भी देने की बात कही। भालेरी सरपंच ने कोविड संक्रमण के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के मॉनीटरिंग और सहयोग की सराहना की। जनप्रतिनिधियों ने पात्र लोगों के नाम एनएफएसए में जोड़ने, सब सेंटर पर वैक्सीनेशन करवाने, पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध करवाने, सरपंच और पंचों को फ्रंटलाइन वर्कर मानकर प्राथमिकता से टीकाकरण करवाने, पेयजल सुविधा को दुरुस्त करने के सुझाव दिए जिस पर जिला कलक्टर ने कहा कि जो सुझाव जिला स्तर पर क्रियान्वित होने हैं, उन पर यहां कार्रवाई की जाएगी तथा जो नीतिगत सुझाव हैं, वे राज्य स्तर पर भेजे जाएंगे।