जिला कलक्टर ने वीसी के जरिए सभी एसडीएम को दिए निर्देश, डोर टू डोर सर्वे की करें नियमित मॉनीटरिंग, राज्य सरकार की गाइडलाइन की कराएं पालना, तीसरी लहर में संक्रमण से बचने के लिए करें लगातार प्रयास, ब्लैक फंगस के मामलों की करें मॉनीटरिंग, डॉक्टर के प्रिस्कि्रप्शन के बिना दवा विक्रेता नहीं बेचें स्टेरॉयड
चूरू। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपखंड अधिकारियों सहित कोविड-19 प्रबंधन में जुटे अधिकारियों के साथ अब तक की स्थिति की समीक्षा की और संभावित तीसरी लहर में संक्रमण से बचाव एवं इलाज को लेकर निर्देश दिए।
इस मौके पर जिला कलक्टर ने कहा कि डोर टू डोर सर्वे को अधिक प्रभावी बनाएं, उसमें चिन्हित किए जाने वाले आईएलआई लक्षणों वाले मरीजों का कोविड टेस्ट करवाएं एवं उन्हें मेडिकल किट प्रदान करने के साथ-साथ प्रोनिंग का प्रशिक्षण दें। प्रोनिंग के प्रशिक्षण में गुणवत्ता सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि ब्लैक फंगस के मामलों की भी समुचित मॉनीटरिंग करें तथा डोर टू डोर सर्वे के दौरान लोगों को ब्लैक फंगस के बारे में भी जागरुक करें। जिन बीमारी या लक्षणों वाले लोगों को ब्लैक फंगस की आशंका ज्यादा है, उन पर अधिक ध्यान दें। यह सुनिश्चित करें कि बिना चिकित्सक के प्रिस्कि्रप्शन के कोई भी दवा विक्रेता स्टेरॉयड का विक्रय नहीं करे।जिला कलक्टर ने सीएमएचओ एवं बीसीएमओ से कहा कि वे आरटी-पीसीआर के साथ-साथ मरीजों का रेपिड एंटीजन टेस्ट भी करवाएं। यह अनुभव रहा है कि जिन जगहों पर कंटेनमेंट एवं कोविड गाइडलाइन की पालना में शिथिलता बरती गई, वहां ज्यादा लोगों में संक्रमण हुआ, इसलिए यह जरूरी है कि जहां कोरोना संक्रमित ज्यादा संख्या में मिलते हैं, वहां कंटेनमेंट जोन घोषित करवाएं और उसकी समुचित पालना भी करवाएं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। अस्पतालों में उपलब्ध कंसन्ट्रेटर का समुचित वितरण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि इन उपकरणों का आवश्यकता पड़ने पर उपयोग हो। इसके अलावा मानव संसाधन का भी समुचित नियोजन करें और जिन स्थानों पर ओपीडी कम है और स्टाफ अधिक है, ऎसे स्थानों से रिक्त पदों पर चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों को नियोजित करें। जिला कलक्टर ने कोविड प्रबंधन में तहसीलदारों और नायब तहसीलदार को भी अधिक सक्रिय करने के निर्देश दिए। इस दौरान चूरू एसडीएम अभिषेक खन्ना, राजगढ़ एसडीएम पंकज गढवाल, सुजानगढ़ एसडीएम मूलचंद लूणिया सहित समस्त उपखंड अधिकारियों ने स्थिति से अवगत करवाया। वीसी में एसपी नारायण टोगस, सीइओ सत्तार खान, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, सुजानगढ़ एसडीएम अनिल महला, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, पीएमओ डॉ एफएच गौरी, एएसपी योगेंद्र फौजदार, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ गजेंद्र सक्सेना, बजरंग लाल सैनी, सहायक विकास अधिकारी सोहन लाल धायल सहित अधिकारीगण मौजूद थे।
31 मई तक करवाएं चिंरजीवी योजना में पंजीयन
जिला कलक्टर ने बताया कि 31 मई तक मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन करवाने वाले लोगों को तत्काल बीमा का लाभ मिलेगा। इसके बाद पंजीयन कराने वाले लोगों को तीन माह तक लाभ के लिए इंतजार करना होगा। इसलिए अधिक से अधिक लोगों को चिरंजीवी योजना में पंजीयन के लिए प्रेरित करें। जिन लोगों का पंजीयन निःशुल्क होना है, उनका तो शत-प्रतिशत पंजीयन हो ही जाए, यह कोशिश करें। उन्होंने कहा कि फील्ड से संकलित होने वाली सूचनाओं का एसडीएम स्वयं भी विश्लेषण करें ताकि गलत सूचनाएं प्रेषित नहीं हों तथा सूचनाओं के आधार पर आवश्यक कार्यवाही की जा सके। जिला कलक्टर ने कोविड कन्सल्टेशन केयर सेंटर पर सरकार द्वारा निर्धारित एसओपी एवं 11 बिंदुओं की गाइडलाइन की अक्षरशः पालना के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि सभी अपने प्रयासों से यह सुनिश्चित करें कि कोरोना की तीसरी लहर में यहां लोग संक्रमित नहीं हों।
बिना मास्क घूमने वालों पर बढाएं चालान की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने कहा कि यह सुखद है कि कोरोना मरीजों की संख्या कम हो रही है लेकिन इसे कोरोना की विदाई नहीं समझें। लोग सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल नहीं तोड़ें, यह सुनिश्चित करें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि बिना चालान घूमने वाले तथा अन्य प्रोटोकॉल तोड़ने वाले लोगों पर कार्यवाही बढाएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही फिर से संक्रमण बढने का कारण बन सकती है, यह हमें देखना होगा।
निजी अस्पतालों की करें समुचित मॉनीटरिंग
एडीएम पीआर मीना ने अधिकारियों से कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा किए जा रहे उपचार की मॉनीटरिंग करें और देखें कि लोगों को सरकार द्वारा निर्धारित राशि से अधिक पैसे नहीं देने पड़ें। सभी अस्पताल इस आशय की अधिसूचना भी अस्पताल के बाहर डिस्प्ले करें। सीईओ सत्तार खान ने विकास अधिकारियों से कहा कि महात्मा गांधी नरेगा में अनुमत कार्य शुरू करवाएं लेकिन कोविड प्रोटोकॉल की पूर्णतः पालना होनी चाहिए। एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी ने ग्राम पंचायतों में जन जागरुकता अभियान को गति देने तथा ‘मेरा गांव, मेरी जिम्मेदारी’, ‘मेरा आंगन मेरा गांव, रहे स्वस्थ इसकी छांव’ कार्यक्रम अंतर्गत लोगों को जागरुक करने पर बल दिया।