जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने तारानगर, भालेरी व साहवा में किया संयुक्त भ्रमण, माइक्रो कंटेनमेंट का निरीक्षण कर दिए निर्देश, आखातीज पर बाल-विवाह रोकने के निर्देश
चूरू। जिला कलक्टर साँवर मल वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने गुरुवार को जिले के तारानगर, भालेरी व साहवा में माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्रों का संयुक्त भ्रमण किया और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट और माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्रों में सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की सख्ती से पालना सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की संक्रामकता भयावह है तथा जन स्वास्थ्य व जन हित की दृष्टि से लागू की गई व्यवस्था में किसी प्रकार की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान उन्होंने तारानगर उपखंड अधिकारी कार्यालय में अधिकारियों की बैठक ली और कोविड-19 वायरस संक्रमण के मध्येनजर व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड स्तर पर राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोविड उपचार एवं अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात कही। जिला कलक्टर ने इस मौके पर ईद, आखातीज पर्व एवं शादियों के सीजन के दौरान कोविड महामारी के मध्येनजर व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने मुस्लिम धर्मावलंबियों से भी अनुरोध किया है कि सभी लोग ईद की नमाज अपने घरों में ही पढें और पूरी तरह कोविड गाइडलाइन की पालना करें ताकि हम कोरोना को जल्दी से जल्दी हरा सकें। उन्होंने इस संबंध में शहर काजी से बैठक कर संदेश प्रसारित करने के निर्देश एसडीएम व पुलिस अधिकारियों कोे दिए। उन्होंने कहा कि आखातीज पर्व पर बहुतायत में शादियां होती हैं, इसके अलावा बाल विवाह भी बड़ी संख्या में होते हैं। उपखंड मजिस्ट्रेट एवं अन्य संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि क्षेत्रा में बाल विवाह नहीं हों। इसके अलावा भी विवाह कार्यक्रम दो घंटे में संपन्न हों तथा 11 व्यक्तियों से अधिक इनमें भाग नहीं लें। तहसीलदार, नायब तहसीलदार, गिरदावर, थानाधिकारी एवं पटवारियों के माध्यम से यह निगरानी सुनिश्चित की जाए कि किसी भी प्रकार से कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन नहीं हो। जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने भी कोविड गाइडलाइन पालना के संबंध में निर्देश दिए और कहा कि लोगों को स्वयं अपने स्तर पर ही गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि प्रशासन को किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करनी पड़े। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार की पाबंदियां मानव जीवन को बचाने एवं जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए है। इस भावना के अनुरूप ही इसका पालना जन अनुशासन के रूप में नजर आना चाहिए। इस दौरान एसडीएम मोनिका जाखड़, बीडीओ संत कुमार मीणा सहित अधिकारीगण मौजूद थे।