– जोधपुर एम्स के पल्मोनरी मेडिसन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.नवीन दत्त ने कहा यह ध्यान रखें कि रेमडेसेविर लाइफ सेविंग ड्रग नहीं है, इसके पीछे नहीं भागें
– तीन बातों का रखें ध्यान पानी पीते रहना, चलते रहें और पल्स ऑक्सीमीटर से लेवल चेक करते रहें
-पूछें डॉक्टर से ऑनलाइन संवाद श्रंखला में रविवार शाम अजमेर रेंज आईजी एस.सेंगाथिर और जोधपुर एम्स के पल्मोनरी मेडिसन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.नवीन दत्त ने दिए ऑनलाइन दर्शकों के जवाब
– आज शाम 6 बजे कोटा मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग के आचार्य और विभागाध्यक्ष डॉ.एसएन गौतम पूछे डॉक्टर से ऑनलाइन सैशन में दर्शकों से संवाद करेंगे
अलवर। रेड अलर्ट पखवाड़ा अवधि में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत अलवर पुलिस, यूनिसेफ राजस्थान, राज्य बाल संरक्षण आयोग, सरदार पटेल पुलिस यूनिवर्सिटी, राजीविका-ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन अलवर, एलएआरसी और संप्रीति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ऑनलाइन श्रंखला ‘पूछें डॉक्टर सेÓ के तहत रविवार को अजमेर रेंज पुलिस आईजी एस सेंगाथिर और एम्स जोधपुर के पल्मोनरी मेडिसन विभाग एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नवीन दत्त दर्शकों से जुड़े। वहीं सोमवार को इस सैशन में मेडिकल कॉलेज कोटा के न्यूरोलॉजी विभाग के आचार्य और विभागाध्यक्ष डॉ.एसएन गौतम अतिथि होंगे। आईजीपी एस.सेंगाथिर ने कहा कि दूसरे राज्यों की तुलना में राजस्थान ने अच्छा कोरोना मैनेजमेंट किया है। लॉकडाउन लगाना और विवाह समारोह पर रोक लगाना समाज हित में हैं, यह जनता को समझना होगा।
दूसरी ओर डॉक्टर नवीन दत्त ने कहा कि कई बार ऑक्सीजन क अधिकता से भी फेफड़े में इंजरी हो सकती है ऐसे में ऑक्सीजन की मारामारी नहीं करें, डॉक्टर के परामर्श पर ही बाद ऑक्सीजन के लिए जाएं। उन्होंने कहा रेमडेसेविर ड्रग लाइफ सेव करने वाली दवाई नहीं है। यह नहीं मिले तो कोई फर्क नहीं पड़ता। जनता स्वयं अनुशासित रहे: अजमेर रेंज आईजी एस.सेंगाथिर ने कहा कि कोरोना से जीतना है तो जनता को स्वयं को अनुशासित रहना होगा। उन्होंने कहा कि अगर इमरजेंसी नहीं है तो घर से बाहर नहीं निकले। 15 दिन के लिए सारे काम टाल दें और घर में रहें। आईपीएस सेंगाथिर ने स्पष्ट कहा कि अगर बाहर निकलना जरूरी है तो संबंधित विभाग से पास लेकर ही निकलें। उन्होंने कहा औद्योगिक क्षेत्र में अनुमति है लेकिन अधिकृत वाहन में ही इंडस्ट्री वाले अपने वरकरस को इंडस्ट्री तक ले जा सकते हैं। अजमेर आईजी ने कहा जिन लोगों को बाहर निकलने की अनुमति वो अपने परिचय पत्र और आवश्यक दस्तावेजों को साथ रख कर ही बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि जनता को ईमानदारी से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सहयोग करना होगा क्योंकि जनता यह समझ ले कि यह सभी प्रयास कोरोना की चेन तोडऩे के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन्स की अनुपालना करना आपके और आपके परिवार के हित में है इसलिए पुलिस को दिखाने के लिए मास्क नहीं लगाएं, मास्क आपके अपने परिवार को लिए ही है।
कोरोना वायरस के लक्षण दो दिन से लेकर 14 दिन में दिखते हैं- डॉ.नवीन दत्त
कोविड एक वायरल इंफैक्शन है जो कि नाक मुंह के रास्ते गले में जाता है और फेफड़ों को संक्रमित करता है। इस बीमारी में रक्त नलिकाओं में थक्के बनने लगते हैं। डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि अगर कि उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षण दो दिन से लेकर 14 दिन में दिखते हैं। उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम, गला खराब होना,सीने में दर्द सामान्य कोरोना के लक्षण हैं। उन्होंने कहा इन दिनों पेट की बीमारियां भी कोरोना के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीमार होने के बाद भी सारा दिन बिस्तर पर न गुजारें, थोड़ा चलते फिरते रहें। डॉ. नवीनदत्त ने कहा कि सारा दिन आराम करने से ब्लड क्लॉटिंग की संभावनाए बढ़ जाती है।
कोरोना और सिगरेट स्मोकिंग के बारे में उन्होंने कहा कि सिगरेट आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाएगा, उन्होंने कहा सिगरेट तो छोड़ देनी चाहिए लेकिन नहीं छोड़ पा रहे हैं तो कोरोना काल में सिगरेट नहीं पीनी चाहिए।
डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि कोरोना के साथ छाछ और बील सहित कोई भी फल नुकसान नहीं देता है। उन्होंने कहा कि सबसे अहम है कि आप पानी पीते रहे और घूमे।कोरोना की दूसरी लहर के बारे में डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि कोराना युवाओं को भी इफैक्ट कर रहा है। कोरोना पेशेंट्स की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि सबसे पहले तो हमें हल्का भोजना लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नमक के पानी से गरारे दिन में दो तीन बार करना चाहिए। एचआरसीटी के बारे में डॉक्टर ने कहा कि ज्यादातर मरीजों को एचआरसीटी की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा स्कोर चैक करने के लिए सीटी स्कैन नहीं करवाएं। उन्होंने कहा कि बीमारी ठीक होने लगती है तब सीटी स्कोर बिगडऩे लगता है। उन्होंने कहा कि अस्थमा के पेशेंट वैक्सीन ले सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के बाद आने वाले बुखार से डरे नहीं। डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वैक्सीन लगवाने के बाद आपको दुबारा बीमारी अपनी चपेट में ले सकता है लेकिन इंफैक्शन बढने की संभावना कम हो जाती है। डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि कोरोना फेफड़ों से जो ऑक्सीजन शरीर में रक्त शिराओं के जरिए जा रही है उसमें क्लोटिंग पैदा करता है ऐसे में हमें ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। उन्होंने कहा कि प्रोनिंग से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि प्राणायाम करते रहे जिससे आपके फेफड़े स्वस्थ्य रहते हैं। डॉ.नवीन दत्त ने कहा कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद आपके फेफड़े पूरी तरह से स्वस्थ्य हो सकते हैं लेकिन यह निर्भर करता है कि आपको कोरोना से कितने अधिक संक्रमित हुए हैं। डॉ नवीन ने बताया की इस समय प्रत्येक रोगी को तीन बातों का ध्यान अवश्य रखना है की पहला पानी पीते रहना, दूसरा चलते रहना और तीसरा पल्स ऑक्सीमीटर से लेवल चेक करते रहना। यदि आप यह तीनों कार्य करते रहने से आपका स्वास्थ्य की स्तिथि को बेहतर बनाएँ रखने में मदद करेंगा।