जनता से ऑनलाइन संवाद के दौरान जिला कलेक्टर अलवर ने कहा कि पूछे डॉक्टर से यह एक ऐसा ऑनलाइन सत्र है जिसने प्रशासन का सहयोग करते हुए उनका काम थोड़ा आसान कर दिया है
अलवर। रेड अलर्ट पखवाड़ा अवधि में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत अलवर पुलिस, यूनिसेफ राजस्थान, राज्य बाल संरक्षण आयोग, सरदार पटेल पुलिस यूनिवर्सिटी, राजीविका-ग्रामीण विकास विभाग, जिला प्रशासन अलवर, एलएआरसी और संप्रीति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ऑनलाइन श्रंखला ‘पूछें डॉक्टर से’
के तहत गुरुवार को अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिय़ा और कोटा हार्ट इंस्टीट्यूट, कोटा के सीनियर कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ.साकेत गोयल ऑनलाइन दर्शकों से रु-ब-रू थे।शुक्रवार को जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोस मोहन और राजस्थान विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर और राजस्थान इंडियन डायटिक एसोसिएशन की संयोजक डॉ.निमाली सिंह दर्शक से जुड़ कर उनके सवालों के जवाब देंगे। गुरुवार को पूछें डॉक्टर से संवाद सत्र में सबसे अहम बात सामने आई कि लोगों को हिम्मत नहीं हारनी है। खुद का डॉक्टर नहीं बनना है। सबसे जरूरी बात है कि जनता स्वयं सीटी स्कैन नहीं करवाएं, यह उनके लिए जरूरी है जिन्हें डॉक्टर ने कहा हो। इस सैशन में वैक्सीनेशन को लेकर कहा गया कि वैक्सीन हमारे लिए महाभारत के कर्ण के कवच, कुंडल समान है। जो आपकी रक्षा करेगा इसलिए वैक्सीन लगवाएं और स्वस्थ रहें।
हिम्मत न हारें, कोरोना गाईडलाइन का कडाई से पालन करें —: नन्नूमल पहाड़िया
अलवर जिला कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया जो स्वयं कोरोना सरवाइवर हैं ने जनता से संवाद कायम करते हुए कहा कि कोरोना को हराने में सहयोग करें, सभी अपना हौसला बनाएं रखें। उन्होंने कहा कि अलवर जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों में हैल्प डेस्क बन चुके हैं। जो कि लोगों की काउंसलिंग करने के बाद उन्हें यह समझा पा रहे हैं कि उन्हें ऑक्सीजन की बैड की जरूरत है या नहीं। जिला कलेक्टर ने कहा अलवर में कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं करने वालों से करीब एक करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। कलेक्टर पहाडिय़ा ने कहा कि उन्होंने जनता को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करने की शुरूआत अपने घर से की और अपनी पत्नी को टीका लगवाया जिसका असर जनमानस पर अच्छा पड़ा। जिला कलेक्टर ने सहज संवाद स्थापित करते हुए कहा कि अब वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता आ रही है। ध्यान रखें की वैक्सीनेशन से डरने की जरूरत नहीं, कोरोना से डरने की जरूरत है। कलेक्टर पहाडिय़ा ने कहा कि पूछे डॉक्टर से यह एक ऐसा ऑनलाइन सत्र है जिसने प्रशासन का सहयोग करते हुए उनका काम थोड़ा आसान कर दिया है क्योंकि इस सत्र में सीधे डॉक्टर से जुड़ कर जनता अपनी शंकाओं का समाधन कर पा रही है।
स्वयं के डॉक्टर नहीं बनें: डॉ.गोयल
ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत गोयल ने कहा कि वह स्वयं और उनका पूरा परिवार कोरोना सरवाइवर है। कोरोना होने पर सबसे जरूरी है कि आप पैनिक नहीं हो। उन्होंने कहा कि प्रोनिंग करने, अनुलोम-विलोम और प्राणायाम करें। डॉक्टर गोयल ने साफ तौर पर कहा कि जरूरी नहीं है कि कोरोना होने के बाद आपको हार्ट की बीमारियां हो जाएगी। डॉक्टर गोयल ने सबसे खास बात यह कही कि जनता अपने आप सीटी स्कैन करवाने नहीं जाए क्योंकि सीटी स्कैन का रूम और वेटिंग एरिया में रेडिएशन काफी होता है और यह एरिया कोराना के खासे ग्रुमिंग सेंटर बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन बिना चिकित्सीय सलाह के नहीं करवाना चाहिए। डॉक्टर ने कहा कि यह जानना जरूरी है कि हार्ट, किडनी और डायबिटिज के पेशेंट्स को वैक्सीन लगवा गई है, इसलिए अपनी जांच करवा कर वैक्सीन जरूर लगवाएं। उन्होंने कहा कि खून पतला करने की दवा जिनकी चल रही, या जिन्हें डॉयबिटिज है उन्हें आराम से वैक्सीन लगाई जा सकती है। डॉक्टर गोयल ने कहा कि वैक्सीन की पहली डोज के बाद अगर पचास से पचपन दिनों तक गैप आ गया है तो भी आप वैक्सीन लगा सकते हैं।
शुक्रवार के संवाद सत्र में रूबरू होंगें जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोस मोहन और डॉक्टर निमाली सिंह
7 मई 2021 शाम 6 बजे होने वाले संवाद सत्र में पोषक खान—पान विषय पर चर्चा की जाएगी। चर्चा के लिए अलवर पुलिस के सोशल मिडिया हैंडल पर उपस्थित रहेंगें राजस्थान विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की ऐसोसिएट प्रोफेसर चिकित्सक डॉ. निमाली सिंह जो गत कई वर्षों से अंतराष्ट्रीय स्तर पर पोषण विषय पर कार्य कर रही है वे सत्र के माध्यम से लोगों को उचित व पोषक खान—पान के लिए जागरूक करने के साथ ही आमजन की शंकाओं का समाधान भी करेंगी। इसके अलावा जोधपुर आयुक्तालय के पुलिस आयुक्त श्री जोस मोहन, आईपीएस जो वर्तमान हालात में पुलिस की कार्यविधि एवं आमजन को कोरोना महामारी से सतर्क रहने पर चर्चा करेंगें।