चूरू। पिछले करीब 5-6 महिनों से कश्मीर घाटी से आकर चूरू शहर की गली गली में लकडियां तोडकर अपना पेट पाल रहे 24 कश्मीरी श्रमिकों की खुशियों का उस समय कोई ठिकाना नहीं रहा जब चूरू नगरपरिषद द्वारा संचालित आश्रय स्थल के आगे सैनेटाइज की हुई एक एसी बस में एक-एक कर सभी श्रमिक सवार होकर सभापति और मण्डेलिया फाउण्डेशन जिन्दाबाद के नारे लगाते हुये अपने घर की ओर रवाना हो गये। नगरपरिषद सभापति पायल सैनी ने बताया कि लोकडाउन के कारण सभी कश्मीरी श्रमिक चूरू में फंस गये थे जो कि कुछ दिनों तक कब्रिस्तान में रहकर अपना समय व्यतित कर रहे थे लेकिन जैसे ही रमजान का पहला रोजा शुरू हुआ इन सभी श्रमिकों को नगरपरिषद के आश्रय स्थल में ठहरा दिया गया और इनके आवास और खान पान की सभी व्यवस्थाये नगरपरिषद द्वारा की गयी। साथ ही भामाशाहो द्वारा भी इन्हे समय-समय पर रोजा इफत्यार करवाया गया। उन्होने बताया कि इन श्रमिकों के पास अपने गांव जाने के लिये ना तो किराया था और ना ही इन्हे घर जाने की इजाजत मिल पा रही थी। कश्मीर में इनके गांव की दूरी और श्रमिकों की संख्या को देखते हुए किराया भी जुटा पाना मुश्किल हो रहा था ऐसे में उन्होने कांग्रेस नेता रफीक मण्डेलिया से सम्पर्क किया तो उन्होने तत्काल इनको भिजवाने के लिये मण्डेलिया फाउण्डेशन की ओर से एसी बस की व्यवस्था करवा दी वहीं नगरपरिषद की ओर से इन्हे दो समय के खाने के किट एवं कोरोना संक्रमण से बचाव के उपकरणो का एक किट जिसमें मास्क, सैनेटाईजर, डेटोल साबुन, गलब्र्स आदि दिये गये वहीं सभी रोजेदार होने के कारण फल फ्रुट एवं पिण्ड खजुर आदि की व्यवस्था समाजसेवी नारायण बालान की ओर से की गई। इस अवसर पर कमिश्नर द्वारका प्रसाद, नगरपरिषद पीआरओ किशन उपाध्याय, डाॅ. अहसान गौरी, डाॅ. मंसूरी, डाॅ. भालेन्दु धाभाई, डाॅ. इमरान गौरी सहित पूरी टीम समाजसेवी नारायण बालान, पूर्व पार्षद लालचन्द सैनी, रमजान खान आदि भी उपस्थित थे। सभापति पायल सैनी ने सभी श्रमिकों को पुष्प हार भेट कर एवं बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।