लंदन, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मॉरीशस और दुबई से भी आती रही फरमाइशें।
चूरू पुलिस का अनूठा नवाचार
चूरू (अनुराग रायजादा) चूरू पुलिस, फिल्मस्थान और सम्प्रीति संस्थान की ओर से जारी ऑनलाइन लाइव चैट सैशन श्रृंखला में मंगलवार को प्रख्यात बॉलीवुड सिंगर जावेद अली ने अपने देशवासियों सहित लंदन, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मॉरीशस और दुबई के लोगों सहित खासतौर पर चूरू की जनता की शाम को संगीतमय बना दिया।ठुमरी, ग़ज़ल,शास्त्रीय संगीत और बॉलीवुड के गीत उन्होंने गाए।जावेद अली का रेट्रो म्यूजिक और सॉग्स के प्रति चाहत देखकर उनके चाहने वालों को बड़ा मजा आया ।जावेद अली ने खुद के हिट गानों के साथ साथ मोहम्मद रफी, किशोर कुमार,मुकेश और लता जी के पुराने फिल्मी गीत फरमाइश पर जमकर सुनाएं। वहीं ग़ज़ल गायक और जावेद अली के गुरू गुलाम अली की गजलें भी जावेद ने सुनाई ।
जावेद ने नुसरत फतेह अली खान को भी याद किया ।जावेद ने अपने फैंस से अपील करी कि वे अपने आसपास गली मोहल्ले में सब का ध्यान रखें, ठीक उसी तर्ज पर जिस तर्ज पर चूरू पुलिस ‘ मेरा चूरू – मेरा फर्ज’ अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि अगर हम इन सारी बातों का ध्यान रखेंगे तो गली मोहल्ला ,कस्बा ,शहर ,जिला और राज्य सभी ठीक होते चले जाएंगे और हम अपने देश को स्वस्थ रखने में सहयोग कर सकेंगे।जावेद अली ने ‘मेरा चूरु मेरा फर्ज ‘ जैसे अभियान के लिए चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस क्रिएटिव आइडिए को अमलीजामा पहनाने और उन्हें इस अभियान से जोड़ने के लिए धन्यवाद दिया।
जावेद अली ने कहा कि घर में रहक सभी व्यक्तियों को नकारात्मक विचारों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए घर में रहकर सभी ज्यादा से ज्यादा व्यस्त रहें। जावेद अली ने कहा कि लॉकडाउन के इस पीरियड में वे अपनी पत्नी का घर के कामों में हाथ बंटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह खाना बनाना तो नहीं जानते लेकिन साफ सफाई करने में पूरा सहयोग दे रहे हैं ।जावेद अली ने अपने फैन्स और जनता से कहा कि वे रमजान के पवित्र महीने में रोजे भी रख रहे हैं और रियाज़ भी कर रहे हैं साथ घर में रहकर अपनी सारी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं।जावेद अली ने सुरीली शाम की शुरुआत लता मंगेशकर जी के गाए भजन ईश्वर तेरो नाम /अल्लाह तेरो नाम/ सबको सन्मति/ दे भगवान सुनाते हुए की।
जावेद अली ने सुनाए बॉलीवुड हिट नंबर
तू मेरी अधूरी/ प्यास /प्यास तू आ गई /मन को /रास /रास कैसे कहें /अलविदा महरम / कैसे बने /अजनबी महरम /तू ही हकीकत /ख्वाब तू/ तू ही हमसफर /तू ही हमदम /तू ही हमनवा मेरा/ कहने को जश्ने बहारा है / ये देखके / सब हैरां है/ तुमसे ही जिद / जब तक है जान/ तुम मिले तो/ तुम मिले तो जादू छा गया/
जावेद का शास्त्रीयपुट
जावेद अली ने जनता की फरमाइश पर पंडित बिरजू महाराज की कंपोजीशन इठलाती/ बलखाती/ चमकत है दामिनी आज/ बदरी छाए आज/ सुनाई
जावेद का रेट्रो संगीत से प्यार
जावेद अली ने जनता की फरमाइश पर चौदहवीं का चांद हो। भरी दुनिया में आखिर ।वादियां मेरा दामन। तुम जो मिल गए हो ।तेरी आंखों के सिवा। मेरे नैना सावन भादो ।अभी ना जाओ छोड़ कर। मैं तुमसे मोहब्बत करता हूं आदि गीत सुनाए।
नुसरत फतेह अली खान को याद किया
जावेद अली ने नुसरत फतेह अली खान की आवाज से सजा गीत किन्ना सोणा/ तैनूं रब ने बनाया/ जी करे देखता रवां/गाकर नुसरत फतेह अली खान साहब को श्रद्धांजलि दी।
गुलाम अली की ठुमरी और ग़ज़ल भी पेश की जावेद ने
जावेद अली ने प्रख्यात ग़ज़ल गायक और उनके गुरु ग़ुलाम अली साहब की गाई हुई ठुमरी बरसन लागी सावन बूंदीया / आजा रहा तोरे बिन लागे/ ना मोरा जिया गाई और उनकी ग़ज़ल ‘कै दिन का सुराग ले’ गाकर सुनाई।