परीक्षा तनाव प्रबन्धन पर सेमीनार आयोजित
हनुमानगढ़। मंगलवार को श्री खुशालदास विश्वविद्यालय में वाणिज्य विभाग द्वारा छात्र-छात्राओं में परीक्षा तनाव प्रबन्धन पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन हुआ। सेमीनार का मुख्य उदेश्य परीक्षा में तनाव से मुक्त होकर परीक्षा देने के लिए विद्यार्थियों को करियर के विभिन्न आयामांे के बारे में विस्तृत जानकारी देना है। सेमीनार में मुख्य वक्ता के रुप में दिल्ली से अमर चैधरी व प्रवीण कुमार राजभर पहुचें। कार्यक्रम का प्रारम्भ विश्वविद्यालय कुलसचिव डाॅ. राजेश कस्वाॅ, डाॅ. विक्रम सिहं औलख द्वारा माॅ सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया। इस सेमीनार में विश्वविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपुर्वक भाग लिया।विश्वविद्यालय में अमर चैधरी ने छात्र-छात्राओं को संम्बोधित करते कहा कि जैसा की हम सबको पता है कि वि़द्यार्थियो को भय मुक्त होकर परीक्षा देनी चाहिए। इसके लिए उन्हे समय पर सोना व समय पर उठना चाहिए। साकारात्मक सोच के साथ प्रश्न पत्र हल करना चाहिए जिससे की सफलता आपके कदम चुमें और आप दुनिया में मिसाल पैदा कर सके। छात्रों की वास्तविक क्षमता पता लगाने के लिए काउंसलिगं जरुरी है। कुछ छात्र तो अपने करियर का आॅप्सन सही चुन लेते है लेकिन बहुत सारे छात्र भी है, जो या तो आसमंजस की स्थिति में रहते है या फिर उनके पास कोई योजना ही नही होती है कि क्या करें। तो इन समस्याआंे के समाधान के लिए छात्र-छात्राओं को उचित मार्गदर्शन की जरुरत होती है। प्रवीण कुमार राजभर ने बताया कि आपके करियर का चुनाव आपसे ही शुरु होता है, आपका व्यक्तित्व, आपका शौक, आपका रुझान ही आपको करियर के चुनाव में सहायक होगा। बस जरुरत है तो सही समय पर अपने रुचि का पता लगाने की और उसके बारे में जानने की। जैसे की आपको सही विकल्प समझ नही आ रहा की आपको आगे क्या करना चाहिए तो सबसे सही और आसान तरीका यह है कि आप जितने भी करियर विकल्प से अवगत है उन्हें एक पेपर पर लिख लें। आप चाहे तो अपने अभिभावक, दोस्त और आस-पड़ोस के लोगों से भी करियर विकल्प जानने में सहायता ले सकते हैं। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ. राजेश कस्वाॅ ने अपने विचार रखते हुये कहा की विद्यार्थियों को काउसलिंग के माध्यम से सहायता और प्रेरणा मिलती है। इससे उनके नई उर्जा का संचार होता है और वे अपने करियर लक्ष्य को पाने का प्रयास करते है। कुछ विद्यार्थियों में काफी नेगेटिविटी होती है। ऐसे विद्यार्थियों में मोटिवेशन से काफी आत्मविश्वास विकसीत होता है। साथ ही सकारात्मक सोच भी आती है। जीवन में कुछ भी हासिल करने के लिए सकारात्मक सोच बहुत जरुरी है। कार्यक्रम के समापन पर डाॅ. कोविद कुमार ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए बताया की अगर कोई छात्र करियर को लेकर असमंजस की स्थिति में है तो वह नकारात्मकता से घिरा रहता है। लेकिन अगर सही समय पर वह करियर काउंसलर की मदद लेता है तो उसे नकारात्मकता से छुटकारा मिलता है और उसकी जिंदगी में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सकारात्मक उर्जा का होना बेहद जरुरी है। अगर आप चाहते है कि एक सही करियर का चुनाव करके आगें बढ़े तो आपको करियर काउंसलर की मदद लेना चाहिए। एक करियर कांउसलर आपको भविष्य को उज्जवल बनाने में अहम भूमिका निभाता है। कार्यक्रम के अन्त में विशेष अतिथियों का अमर चैधरी व प्रवीण राजभर को विश्वविद्यालय स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ. राजेश कस्वाॅ, डाॅ. कबीर शर्मा, डाॅ संजीव अग्रवाल, डाॅ. संजय दीक्षित, डाॅ. विक्रम सिंह औलख, डाॅ. कोविद कुमार, डाॅ. पवन कुमार वर्मा, डाॅ. आकाश, डाॅ. पवन कुमार, डाॅ. सतीश कुमार, प्रो. आशारानी, बृजप्रकाश भादू, डाॅ. राखी, डाॅ. रविन्द्र, डाॅ. सत्यवीर, डाॅ. गरीमा, डाॅ. प्रियका, डाॅ. करणजीत कौर, डाॅ. संजय, डाॅ. पटेल, डाॅ. राधेश्याम, डाॅ. जयाबहुगुणा, पुजा जुनेजा, डाॅ. मोनिका, डाॅ. विपिन, निमिता सेतिया, जितेन्द्र गिरधर, सुनील बिरठ, संदीप मुंढ, के.सी. चैधरी, मनीष कौशिक, रमनदीप कौर, स. अमरजीत सिह, देवेन्द्र जलन्धरा उपस्थित रहे।