हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ में केंद्रीय श्रमिक संगठनों के एक दिवसीय हड़ताल के आह्वान पर हनुमानगढ़ में सीटू के तमाम कार्यकर्ता रोडवेज डिपो पर इकट्ठा हुए वहां से इकट्ठा होकर रैली के रूप में पूरे बाजार में रैली निकाली और रैली के पश्चात रोडवेज बस अड्डे के सामने चक्का जाम किया। जाम के दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य उपाध्यक्ष कामरेड रामेश्वर वर्मा ने बताया केंद्र की मोदी सरकार भयंकर मजदूर विरोधी है इस सरकार के आने के बाद लगातार मजदूरों के हकों पर कुठाराघात किया जा रहा है। मजदूरों के श्रम कानूनों में संशोधन कर पूंजी पतियों के पक्ष में कानूनों को बदला जा रहा है और 44 श्रम कानूनों को चार कोर्ट में तब्दील किया जा रहा है, वही कर्मचारियों की लगातार चटनी की जा रही है पुरानी पेंशन स्कीम को बदलकर नई स्कीम को लागू किया जा रहा है, रेलवे को निजीकरण कर प्राइवेट हाथों में सौंपा जा रहा है और देश के तमाम सार्वजनिक उपक्रम उनको निजी हाथों में दिया जा रहा है, यह तमाम सार्वजनिक उपक्रम जनता के हैं जिन्हें मुनाफा कमाने के लिए अंबानी अदानी को ओने पौने दामों में बेचा जा रहा है। सरकार की उदारीकरण वैश्वीकरण नीति के चलते हिंदुस्तान में करोड़ों लोग बेरोजगार की कगार पर पहुंच गए हैं कारखाने लगातार बंद हो रहे हैं ऐसे हालात में मजदूरों को अपनी एकता संगठित कर सरकार के खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत है जिससे सरकार को अपने कदम पीछे हटाने पड़े। सीटू जिला अध्यक्ष कॉमरेड आत्मा सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में यह संघर्ष और तेजी के साथ बनेंगे, जिस तरीके से अमीरी और गरीबी की खाई बढ़ रही है पूरे हिंदुस्तान में अराजकता का माहौल पैदा हो गया है। सीटू जिला सचिव आमिर सिंह ने बताया कि हिंदुस्तान के आम आवाम ने सरकार को इस लिए बनाया था, आने वाले समय में आम जनता का किसानों का मजदुरो का भला करेगी लेकिन मोदी सरकार सिर्फ और सिर्फ पूंजीपतियों का भला करने में लगी हुई है उनको करोडो रुपए की रियायत दी जा रही है और मजदूर किसान आम जनता को महंगाई की भट्टी में झोककर परेशान किया जा रहा है और तमाम मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कभी पाकिस्तान कभी पुलवामा एनआरसी सीए जैसे बिल लाकर आम जनता का ध्यान बांट कर देश में अशांति फैलाने का काम कर रही है। सीटू के आह्वान पर सीटू के हजारों लोगों ने भाग लिया। सभा को कामरेड बलदेव सिंह मक्कासर, कामरेड बहादुर सिंह चौहान, कामरेड़ शेर सिंह शाक्य, कामरेड हरजी वर्मा, कामरेड बसंत सिंह, कामरेड इकबाल खान, कामरेड गुरु नायब सिंह, कामरेड वारिस अली, कामरेड मुकद्दर अली, कॉमरेड अमित कुमार, कामरेड आमिर खान, कामरेड वाली शेर, कॉमरेड तरसेम सिंह, कामरेड शिवकुमार, कामरेड रामकुमार आदि ने संबोधित किया।