सूचना एवं जनसंपर्क आयुक्त ने पत्रकारों से किया संवाद, कहा- बड़ी संख्या में नए किसानों को दिया ऋण, ऋण वितरण में बरती जा रही पारदर्शिता
चूरू। सूचना एवं जनसंपर्क आयुक्त, सहकारिता रजिस्ट्रार एवं जिला प्रभारी सचिव नीरज के. पवन ने कहा है कि नीरोगी राजस्थान के रूप में सरकार ने एक महाभियान किया है, जो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ आमजन की स्वास्थ्य जागरुकता की दिशा में एक बड़ा कदम है। जरूरत इस बात की है कि हम नीरोगी राजस्थान को चर्चा का विषय बनाएं तथा स्वास्थ्य विमर्श हर व्यक्ति की प्राथमिकता बने।
शुक्रवार को चूरू दौरे पर रहे प्रभारी सचिव जिला परिषद सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय में वजन तोलने की मशीन लगाई जाएगी, जिससे लोग नियमित रूप से अपना वजन मापकर स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सरकारी पत्र पर जागरुकता के लिए नीरोगी राजस्थान का संदेश अंकित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग की ज्ञानसागर योजना की समीक्षा की जाएगी तथा जरूरत होने पर इसे रिफ्रेम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग ने लाखों किसानों को कर्ज माफी देकर लाभान्वित किया है तथा ऋण वितरण में बायोमैट्रिक सत्यापन से जोड़कर पारदर्शिता सुनिश्चित की है। ऋण वितरण में इस प्रकार की पारदर्शिता सुनिश्चित करने वाला राजस्थान प्रथम राज्य बना है। राजस्थान की कर्ज माफी पूरे देश में एक मिसाल बनी है तथा दूसरे प्रदेशों के दल ऋण माफी व ऋण वितरण की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऋण माफी में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि किसी कर्मचारी का ऋण मिलीभगत या लापरवाही से माफ हुआ है तो उसके विभागाध्यक्ष के माध्यम से इसकी वसूली की जाएगी। भविष्य के लिए इतनी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है कि किसी प्रकार की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष के कार्यकाल में राज्य सरकार द्वारा अनेक जन हितैषी फैसले किए गए हैं, जिनका सीधा लाभ आमजन को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि चूरू जिले में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का बेहतरीन क्रियान्वयन किया जा रहा है तथा बड़ी संख्या में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले की पड़िहारा हवाई पट्टी का करीब 8 करोड़ रुपए की लागत से अपग्रेडेशन होगा, जिसके लिए भूमि आवंटित कर दी गई है। राजगढ़ में कन्या महाविद्यालय शुरू किया गया है। सिद्धमुख उप तहसील को बतौर तहसील क्रमोन्नत किया गया है। राजगढ़ में एथलेटिक्स का एक नया स्टेडियम बनाया जाएगा, जिसकी भूमि आवंटन एवं राशि स्वीकृत कराए जाने के लिए तेजी से कार्य जारी है।
जिला कलक्टर संदेश नायक ने जिले में क्रियान्वित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जिला बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन में प्रथम स्थान पर रहा है। आपणी योजना अंतर्गत भालेरी, पीथीसर, लोहसणा बड़ा, बूंटिया, जसरासर, सात्यूं, राजपुरा, धीरवास बड़ा में नई पाईप लाईन डालकर घर-घर जल कनेक्शन दिए गए हैं। कोहिणा, झारिया, खींवासर, सातड़ा, खंडवा पट्टा, खासोली में घर-घर कनेक्शन दिए जाने का कार्य प्रगति पर है। राज्य सरकार ने चार हजार से अधिक आबादी वाले 21 अन्य गांवों को घर-घर कनेक्शन के लिए चयनित किया है। राजीविका अंतर्गत संचालित महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त किया गया है तथा जिला मुख्यालय पर कस्तूरबा कैंटीन, कस्तूरबा प्रोडक्ट कॉर्नर, कस्तूरबा ई-मित्र, कस्तूरबा नर्सरी की स्थापना की गई है। पशुपालन विभाग एवं नगर निकायों के माध्यम से एक विशेष अभियान चलाकर गोवंश को गौशालाओं में भेजा जा रहा है। अब तक एक हजार से अधिक पशुओं को गौशालाओं में भेजा जा चुका है। सहायक निदेशक (सूचना एवं जनसंपर्क) कुमार अजय ने आभार जताया। इस दौरान सीईओ रामस्वरूप चौहान, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी सहित अधिकारीगण एवं मीडियाकर्मी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री ने इस दौरान अधिकारियों से बातचीत कर विभिन्न योजनाओं के बारे में फीडबैक लिए और बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश दिए।