कागज की बचत के लिए अब सरकारी पत्राचार अब केवल ईमेल से
स्टेशनरी व समय बचाने के लिए महत्त्वपूर्ण साबित होगी जिला कलक्टर संदेश नायक की पहल, पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ कामकाज को मिलेगी गति
चूरू। सरकारी पत्राचार में लगने वाले समय की बचत एवं पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में चूरू जिला कलक्टर संदेश नायक ने एक अभिनव पहल की है। प्रशासन के रोजमर्रा के कामकाज में होने वाला पत्राचार अब केवल ई मेल के जरिए ही होगा। एक दिसंबर से पूरे जिले में यह व्यवस्था रहेगी। जिला कलक्ट्रेट के साथ-साथ अधीनस्थ उपखंड एवं तहसील कार्यालयों द्वारा भी ईमेल के जरिए ही पत्र भेजे जाएंगे।
जिला कलक्टर संदेश नायक ने एक आदेश जारी कर यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चलने वाली पत्राचार प्रणाली में लगने वाले समय की बचत एवं स्टेशनरी के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि एक-एक कागज की बचत का अर्थ है, उसमें खर्च होने वाली वनस्पति और पर्यावरण को बचाना। हम जिस तरह के पारिस्थितिकी असंतुलन से गुजर रहे हैं, उसमें पर्यावरण की संरक्षण की दिशा में छोटी-छोटी प्रत्येक गतिविधि महत्त्वपूर्ण है। यदि हम इस नवाचार के जरिए कागज की बचत कर पाएंगे तो यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम योगदान होगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रचलित पत्र प्रेषण व्यवस्था के तहत केवल अति महत्त्वपूर्ण पत्र यथा कानून एवं व्यवस्था, जमीन आवंटन, भू-परिवर्तन एवं गोपनीय पत्र आदि ही हार्ड कॉपी में प्रचलित प्रणाली से भेजे जाएंगे। इस संबंध में जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि एक दिसंबर से पहले जिला कलक्टर कार्यालय में पदस्थापित समस्त मंत्रालयिक एवं तकनीकी कार्मिकों को आवश्यक प्रशिक्षण एवं समय-समय पर मॉनीटरिंग सुनिश्चित करें। सभी मंत्रालयिक एवं तकनीकी कर्मचारियों को निर्देश प्रदान किए गए हैं कि अपनी-अपनी शाखाओं से संधारित किए जाने वाले पत्रों को ईमेल के जरिए ही संबंधित कार्यालयों को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें तथा भिजवाए गए ई मेल की प्राप्ति की प्रति पत्र के साथ संलग्न कर पत्रावली में रखा जाए।