सुबह राजपूत समाज और शाम को जाट समाज को किया संबोधित
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि महिलाएं ही चेंज एजेंट हैं। महिलाएं घर से बाहर निकलकर समाज को बदलने की प्रतिज्ञा कर लें तो फिर उन्हें बदलाव लाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि महिलाएं नई ऊर्जा के साथ नये युग का सूत्रपात कर सकती हैं।
श्रीमती राजे ने शनिवार को सुबह क्षत्राणियों के शपथ ग्रहण समारोह तथा शाम को राजस्थान जाट समाज संस्थान के प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम में ये बात कही। मुख्यमंत्री ने 8 सिविल लाइन्स में आयोजित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के क्षत्राणी शपथ ग्रहण समारोह में यह भी कहा कि घूंघट में रहने वाली क्षत्राणियां अब घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर एक नई क्रांति का आगाज कर रही हैं। आज का संकल्प यही कहता है।
विद्याधर नगर में राजस्थान जाट समाज संस्थान के प्रतिभा सम्मान समारोह में उन्होंने जाट समाज की प्रतिभाओं का सम्मान करते हुए कहा कि सभी 36 कौमों का विश्वास और प्यार ही मेरी ताकत है। इसी ताकत और ऊर्जा से राजस्थान को खुशहाल बनाने में हम सफल हुए हैं।
महिलाएं बाहर निकलती हैं, तो बदलाव निश्चित होता है
मुख्यमंत्री ने क्षत्राणियों को संबोधित करते हुए कहा कि आमतौर पर क्षत्रिय महिलाएं बाहर नहीं निकलती थीं, लेकिन आज एक नये युग की शुरूआत हुई है। उन्होंने कहा कि महिला जब बदलाव की भावना के साथ बाहर निकलती है तो सैंकड़ों चुनौतियों के बावजूद सकारात्मक बदलाव निश्चित रूप से होता है, क्योंकि महिलाएं जिस तरह घर को संवारने का हुनर जानती हैं, उसी तरह वे समाज, देश और प्रदेश को भी एक सूत्र में पिरोने का काम करती हैं।
राजस्थान की पहली सरकार जिसने किसानों का कर्जा किया माफ
उन्होंने राजस्थान जाट समाज संस्थान के प्रतिभा सम्मान समारोह में कहा कि जाट समाज ने शिक्षा के महत्व को समझा है और तरक्की की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा सफलता की वह कुंजी है, जिससे कामयाबी का कोई भी ताला खुल सकता है। हमारे बुजुर्गों ने इस पर काम किया और जगह-जगह स्कूल, कॉलेज और हॉस्टल खोले। इसी सोच पर काम करते हुए हमारी सरकार भी शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रही है। शिक्षा के क्षेत्र में हम इन चार सालों में 26वें स्थान से देश में दूसरे स्थान पर आ गये हैं। श्रीमती राजे ने कहा कि जाट समाज प्रगतिशील किसानों का समाज है। हमने किसानों को मजबूत करने के लिए लघु और सीमान्त कृषकों का 50 हजार रुपये तक का कर्जा माफ किया है। इससे करीब 28 लाख किसानों का करीब 10 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ होगा। आजादी के बाद राजस्थान की किसी भी सरकार ने ऎसा काम नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आरएएस, आरपीएस सहित विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं में चयनित जाट समाज की प्रतिभाओं, खिलाड़ियों तथा वरिष्ठजनों को सम्मानित किया।
विकट वित्तीय स्थिति के बावजूद विकास में कोई कमी नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा राजस्थान की 60 साल की मुसीबत 5 साल में दूर नहीं हो सकती, लेकिन हमारी सरकार ने दिन-रात काम कर प्रदेश की दशा और दिशा बदली है। वित्तीय स्थिति विकट होते हुए भी हमने प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी। आपका प्यार और आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो विकास का यह सफर यूं ही जारी रहेगा।
क्षत्राणियों के समारोह में प्रदेशाध्यक्ष आनन्द सिंह शेखावत, संरक्षक गजसिंह अलसीसर, नरपत सिंह शेखावत तथा राजस्थान जाट समाज संस्थान के कार्यक्रम में केन्द्रीय वाणिज्य राज्य मंत्री सीआर चौधरी, जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप, सहकारिता मंत्री अजयसिंह किलक, चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर खण्डेला, सांसद रामनारायण डूडी, संसदीय सचिव भैराराम सियोल, विधायक कैलाश चौधरी, झाबरसिंह खर्रा, नरपतसिंह राजवी, फूलचंद भिण्डा, मोहनलाल गुप्ता, नवीन पिलानिया, सतीश पूनिया, राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील, आयोजन संस्था के अध्यक्ष ताराचंद सींगड सहित कई नेता मौजूद थे।