भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैंसर हॉस्पिटल का भूमि पूजन
कोटा। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि जनता शिक्षित और स्वस्थ्य होगी तो प्रदेश तेजी से आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार ने इसी सोच को चरितार्थ करने के लिए प्रत्येक पंचायत में आदर्श विद्यालय खोलकर और चिकित्सा के क्षेत्र में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा एवं बालिकाओं के लिए राजश्री जैसी योजनाएं लागू की हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोटा में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार हो रहा है, उससे हाड़ौती क्षेत्र के अन्य जिलों के लोग भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं पा सकेंगे।
श्रीमती राजे ने शुक्रवार को कोटा में 400 करोड़ रुपये लागत वाले उपक्रम भारत विकास आयुर्विज्ञान संस्थान एवं कैंसर हॉस्पिटल के भूमि पूजन समारोह में बोल रही थीं। यह कार्यक्रम डीडवाना स्थित झालरिया पीठाधीश्वर श्री घनश्यामाचार्य के सान्निध्य में आयोजित हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत विकास परिषद ने जनकल्याण के इस बड़े सपने को मूर्तरूप देने की शुरूआत की है और यह इस क्षेत्र की जनता के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकल्प की जनहित में बड़ी उपयोगिता को देखते हुए राज्य सरकार ने रियायती दर पर भूमि आवंटित की है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह संस्थान अपनी श्रेष्ठ एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के माध्यम से अपनी खास पहचान स्थापित करेगा। राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजना भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी यहां उपचार कराने वाले पात्र लोगों को मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना तक लाखाें लोगाें को नई जिंदगी दे चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्यभर में 1300 करोड़ रुपये के क्लेम जारी हुए हैं, जिनमें से कोटा में 60 करोड़ रुपये के क्लेम से एक लाख लोग लाभान्वित हुए हैं।
श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाआें में गुणवत्ता एवं विस्तार के लिए निरन्तर प्रयत्नशील है। कोटा मेडिकल कॉलेज में नौ प्रकार की सर्जरी की सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं मिल रही हैं। जिले में 11 नई आदर्श पीएचसी बनाने का काम हाथ में लिया गया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को मिल सकेंगी। बेटियां हमारी अमानत हैं, जिनके लिए राजश्री योजना वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार ने कोटा को लगभग 10 हजार करोेड़ रुपये की राशि दी गई है, आगे भी विकास का यह चक्र चलता रहेगा। मुख्यमंत्री ने समारोह में मौजूद अतिथियाें और भामाशाहों का आह्वान किया कि वे जनहित कार्य में अधिक से अधिक सहयोग राशि का योगदान दें। समारोह को संबोधित करते हुए श्री सुरेश जोशी ने कहा कि कोटा में की यह परियोजना परिषद का सबसे बडा प्रकल्प साबित होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और स्वयंसेवी संस्थाएं दोनों मिलकर जनहित में काम करें, तो निश्चय ही आम लोगों को राहत मिलेगी और जीवन स्तर में सुधार आ सकेगा। गौरतलब है कि यह संस्थान तीन चरणों में पूरा होगा और यहां कैंसर, मेडिकल साइंस, आयुर्वेद, डेन्टल एवं अन्य चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
डीडवाना स्थित झालरिया पीठाधीश्वर घनश्याम आचार्य ने कहा कि पुण्य कार्यों का परिणाम श्रेष्ठ ही मिलता है और ईश्वर ऎसे कार्यों में सलग्न लोगों को अपना सदैव आशीष प्रदान करते हैं। उन्होंने जनसेवा से जुड़े इस कार्य में सभी को बढ़-चढ़कर आगे आने का आह्वान किया। समारोह में उक्त परियोजना के ब्रोशर का विमोचन भी अतिथियों ने किया। इस अवसर पर सांसद ओम बिरला, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय समन्वयक सीताराम पारीक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांतिलाल पनगढिया, आयुर्विज्ञान संस्थान के चेयरमैन श्याम शर्मा, अनेक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।