संत शिरोमणी राणी रूपादे मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
जैसलमेर। राणी रूपादे मंदिर पालिया के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत बुधवार को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसमें बडी संख्या में जैसलमेर व आसपास के गांवों के धर्मप्रेमियों ने उत्साह से भाग लिया।
श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह ने बताया कि प्रातः यज्ञाचार्य पं. अभिषेक जोशी तथा पं. मनोहर लाल अवस्थी ने मुख्य यजमान रावल किशन सिंह जसोल और उनकी धर्मपत्नि के हाथों प्रातः द्वार गणपती स्थापना , मूर्ति की नगर यात्रा , स्थापन विधि कार्य सम्पन्न कराया जिसमे उपस्थित सभी लोगों ने भगवती का अभिषेक कराया । तदुपरान्त वेद मंत्रों द्वारा वास्तुपूजन , शिखर आदि का पूजन किया गया । इसके बाद विद्वान ब्राह्मणो द्वारा मिष्ठान फल तथा औषधिवास करवाकर दुर्गा सप्तशती की आहुतियां प्रदान की गई । आज यज्ञ मे 21 जोड़े विराजित हुए। आज प्रातः मूर्ति परिक्रमा मे कलश यात्रा मे महिलाओं व बच्चों की भारी रेलमपेल रही ।
उन्होंने बताया कि आज विशिष्ट मेहमानों मे गुड़ा राणा भवानी सिंह (पूर्व जिला प्रमुख), सिणधरी रावल विक्रम सिंह , ठा. हर्षवर्धन सिंह भांवरी , परेउ मठाधीश ओंकार भारती जी , भड़कोट महंत सेवानाथ जी बतौर अतिथि मौजूद रहे । विभिन्न क्षेत्रों से गुमान सिंह सरपंच सांभरा, कान सिंह झंवर , पूर्व सरपंच टापरा सूराराम चौधरी , जसवंत सिंह कालेवा , मेघुदान झनकली , गोपाल सिंह जसोल , गुलाब सिंह दाखाँ , मोकसिंह सोढ़ा , रणजीत सिंह तिलवाड़ा , जगजीवन सिंह जसोल , विजय सिंह जालिफा , चन्द्र प्रकाश गुप्ता एडवोकेट , मालदेव सिंह जसोल , श्याम जी सुंदेशा , रूपजी माली , भगवत सिंह जसोल आदि उपस्थित रहे । समस्त मालापोता परिवार ने तन-मन-धन से आगुन्तुकों की सेवा की। रात्रि में भव्य जागरण का कार्यक्रम हुआ।
आज होगा मुख्य समारोह
श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह ने बताया कि प्रतिष्ठा समारोह में गुरूवार को मुख्य समारोह होगा। जिसमें प्रतिष्ठा यज्ञ सुबह आठ बजे, संत सम्मान व आर्शीवचन कार्यक्रम दस बजे, मूर्ति प्रतिष्ठा दोपहर 12 बजकर बीस मिनट पर, कलश एवं शिखर ध्वजा दोपहर एक बजे तथा पूर्णाहूति दोपहर सवा एक बजे होगी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एचएच महाराजा रघुवीर सिंह सिरोही तथा जोधपुर महारानी हेमलता राजे होंगे। इसमें आयस कैलाशनाथ महाराज, श्री चिडियानाथ जी का आसन पालासनी जोधपुर, पीर गंगानाथ महाराज सिरे मंदिर, जालोर, महंत नारायणगिरी महाराज दूधेश्वर महादेव मठ, गाजियाबाद, महंत तुलछाराम महाराज ब्रहमधाम आसोतरा, महंत प्रतापपुरी महाराज तारातरा मठ, बाडमेर, महंत शंकर भारती महाराज, मालाणी मठ सिणली, बाडमेर, महंत परशुराम गिरी महाराज कनाना मठ, बाडमेर, महंत नारायण भारती महाराज वरिया ढाणा मठ, बाडमेर तथा महंत सैनाचार्य अचलानंद गिरी महाराज जोधपुर आदि मौजूद रहेंगे।